Kalashtami 2024 : कालाष्टमी के दिन कर लें ये 5 उपाय, कालभैरव की कृपा से दूर होंगे कष्ट!
हिन्दू धर्म में कालाष्टमी पर्व का बहुत अधिक महत्व होता है। कालाष्टमी का दिन भगवान शिव के उग्र रूप, काल भैरव की पूजा के लिए समर्पित है। इस दिन की गई पूजा और उपाय से लोगों पर काल भैरव की कृपा बनी रहती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इसके साथ ही व्यक्ति को कई तरह के लाभ मिलते हैं और परेशानियां दूर होती हैं। कालाष्टमी के दिन इन 5 उपायों को करने से काल भैरव की कृपा प्राप्त की जा सकती है। ताकि जीवन में आने वाली परेशानियों का सामना कर सकें।
हिन्दू धर्म में कालाष्टमी पर्व का बहुत अधिक महत्व होता है। कालाष्टमी का दिन भगवान शिव के उग्र रूप, काल भैरव की पूजा के लिए समर्पित है। इस दिन की गई पूजा और उपाय से लोगों पर काल भैरव की कृपा बनी रहती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इसके साथ ही व्यक्ति को कई तरह के लाभ मिलते हैं और परेशानियां दूर होती हैं। कालाष्टमी के दिन इन 5 उपायों को करने से काल भैरव की कृपा प्राप्त की जा सकती है। ताकि जीवन में आने वाली परेशानियों का सामना कर सकें।
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 22 नवंबर दिन शुक्रवार को शाम 6 बजकर 07 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 23 नवंबर दिन शनुवार को रात 7 बजकर 56 पर समाप्त होगी। इस मौके पर काल भैरव की पूजा का मुहूर्त 22 नवंबर को सुबह 6 बजकर 50 मिनट से 10 बजकर 48 मिनट तक रहेगा और निशिता काल मुहूर्त 22 नवंबर की रात 11 बजकर 41 मिनट से 23 नवंबर की रात 12 बजकर 34 मिनट तक है।
कालाष्टमी के दिन करें ये 5 उपाय
काले तिल का दान:
कालाष्टमी के दिन काले तिल का दान करना काल भैरव को बहुत प्रिय होता है। मान्यता है कि काले तिल का दान करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
लोहे की वस्तुओं का दान:
कालाष्टमी के मौके पर काल भैरव के प्रसन्न करने के लिए लोहे की कील, लोहे की चम्मच आदि का दान करने से व्यक्ति को शत्रुओं से मुक्ति मिलती है और कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
काले कुत्ते को रोटी खिलाएं:
काला कुत्ता काल भैरव का वाहन माना जाता है। इसलिए कालाष्टमी के दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाने से काल भैरव प्रसन्न होते हैं। यदि काला कुत्ता न मिले तो किसी अन्य कुत्ते को भी रोटी खिला सकते हैं।
सरसों के तेल का दीपक:
कालाष्टमी के दिन सरसों के तेल का दीपक जलाकर काल भैरव की पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
काल भैरव मंत्र का जाप:
कालाष्टमी के दिन “ॐ क्लीं कालिकायै नम।” इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को काल भैरव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और सभी संकट दूर होते हैं।
इस बात का रखें खास ध्यान
अगर आप कालाष्टमी के दिन इन उपायों की करने जा रहे हैं तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा। क्योंकि इस पूजा में छोटी सी गलती के कारण आपकी पूजा अधूरी रह सकती हैं। कालाष्टमी के दिन पूजा करने से पहले पूजा स्थल को साफ-सुथरा रखें और अपने मन को भी शांत रखें। इससे भगवान जल्द ही प्रसन्न होते हैं। इस दिन ध्यान और योग करने से मन शांत होता है और नकारात्मक विचार दूर होते हैं और सकारात्मक सोच रखने से जीवन में पॉजिटिव बदलाव देखने को मिलते हैं।