तरस रहे हैं संतान सुख के लिए तो इस दिन रखें पुत्रदा एकादशी का व्रत, जान लीजिए तिथि और पूजा मुहूर्त

हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन प्रभु नारायण की पूजा करने और उपवास रखने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। इसके साथ एकादशी का व्रत करने वालों को विष्णु जी की अपार कृपा प्राप्त होती है। आपको बता दें कि साल में आने वाली एकादशी व्रत का अलग-अलग नाम और महत्व होता है। अगर आप संतान सुख पाना चाहते हैं तो पुत्रदा एकादशी का व्रत रखे। कहते हैं कि पुत्रदा एकादशी के दिन जो व्यक्ति भगवान श्री विष्णु के निमित्त व्रत कर उनकी उपासना करता है तो उसकी सुंदर और स्वस्थ संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है। इसके आलावा जो व्यक्ति ऐश्वर्य, संतति, स्वर्ग, मोक्ष, सब कुछ पाना चाहता है तो उसे भी यह व्रत करना चाहिए। तो आइए जानते हैं पुत्रदा एकादशी व्रत की तिथि और शुभ मुहूर्त के बारे में।

 

हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन प्रभु नारायण की पूजा करने और उपवास रखने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। इसके साथ एकादशी का व्रत करने वालों को विष्णु जी की अपार कृपा प्राप्त होती है। आपको बता दें कि साल में आने वाली एकादशी व्रत का अलग-अलग नाम और महत्व होता है। अगर आप संतान सुख पाना चाहते हैं तो पुत्रदा एकादशी का व्रत रखे। कहते हैं कि पुत्रदा एकादशी के दिन जो व्यक्ति भगवान श्री विष्णु के निमित्त व्रत कर उनकी उपासना करता है तो उसकी सुंदर और स्वस्थ संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है। इसके आलावा जो व्यक्ति ऐश्वर्य, संतति, स्वर्ग, मोक्ष, सब कुछ पाना चाहता है तो उसे भी यह व्रत करना चाहिए। तो आइए जानते हैं पुत्रदा एकादशी व्रत की तिथि और शुभ मुहूर्त के बारे में।

पुत्रदा एकादशी 2024 शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि आरंभ
-  20 जनवरी 2024 को शाम 07 बजकर 27 मिनट से 
एकादशी तिथि समाप्त-  21 जनवरी 2024 को शाम 07 बजकर 28 मिनट पर
पुत्रदा एकादशी व्रत तिथि-  21 जनवरी 2024
पुत्रदा एकादशी के दिन पूजा का शुभ समय- 21 जनवरी को सुबह 08 बजकर 34 मिनट से दोपहर 12 बजकर 32 मिनट तक
पुत्रदा एकादशी व्रत पारण का समय- 22 जनवरी को सुबह 07 बजकर 14 मिनट से सुबह 09 बजकर 21 मिनट पर

पुत्रदा एकादशी व्रत का महत्व 
पुत्रदा एकादशी का व्रत करने से घर में सुख समृद्धि आती है। भगवान विष्णु परिवार पर मंडरा रहे हर संकट को दूर कर देते हैं। इसके साथ ही एकादशी का व्रत करने से मां लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पुत्रदा एकादशी का व्रत रखने से व्रत करने वालों को स्वस्थ्य और पराक्रमी संतान की प्राप्ति होती है।