Hindu Nav Varsh 2024: कब मनाया जाएगा हिंदू नववर्ष ? जानिए तिथि और इसका महत्व

हिंदू परंपरा के अनुसार 1 जनवरी को नया साल नहीं माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार नया साल चैत्र मास में शुरू होता है। हिंदू परंपरा में न्यू ईयर को महत्व न देते हुए नव संवत्सर को नववर्ष के रूप में मनाते हैं। ब्रह्मांण पुराण के अनुसार, जब विष्णु जी ने सृष्टि की रचना का कार्य ब्रह्मा जी को सौंप दिया तो ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की। जिस दिन उन्होंने सृष्टि की रचनी की तो वह दिन चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि थी। इसलिए इस दिन धार्मिक कार्यों को करना बेहद शुभ माना गया है। जिस दिन से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होती है, इस दिन को देश में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। कहीं इसे गुड़ी पड़वा, चेती चंड, युगादि, नव संवत्सर कहते हैं। हिंदू नववर्ष में भी 12 महीने होते हैं जिनका अपना अलग महत्व है। आइए जानते हैं कि हिंदू नववर्ष 2024 कब से शुरू हो रहा है और ये अंग्रेजी कैलेंडर से कैसे अलग होता है। 

 

हिंदू परंपरा के अनुसार 1 जनवरी को नया साल नहीं माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार नया साल चैत्र मास में शुरू होता है। हिंदू परंपरा में न्यू ईयर को महत्व न देते हुए नव संवत्सर को नववर्ष के रूप में मनाते हैं। ब्रह्मांण पुराण के अनुसार, जब विष्णु जी ने सृष्टि की रचना का कार्य ब्रह्मा जी को सौंप दिया तो ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की। जिस दिन उन्होंने सृष्टि की रचनी की तो वह दिन चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि थी। इसलिए इस दिन धार्मिक कार्यों को करना बेहद शुभ माना गया है। जिस दिन से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होती है, इस दिन को देश में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। कहीं इसे गुड़ी पड़वा, चेती चंड, युगादि, नव संवत्सर कहते हैं। हिंदू नववर्ष में भी 12 महीने होते हैं जिनका अपना अलग महत्व है। आइए जानते हैं कि हिंदू नववर्ष 2024 कब से शुरू हो रहा है और ये अंग्रेजी कैलेंडर से कैसे अलग होता है। 

हिंदू नव वर्ष कब है 
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 9 अप्रैल 2024 के दिन पड़ रही है। ऐसे में हिंदू नववर्ष की शुरुआत 9 अप्रैल 2024 को मंगलवार के दिन से मानी जाएगी। 

कैसे मनाया जाता है हिंदू नववर्ष?
हिंदू परंपरा के अनुसार, नव वर्ष यानी नव संवत्सर की पूजा की जाती है। नव वर्ष के दिन प्रथम पूज्यनीय भगवान श्री गणेश, सृष्टि के सभी प्रमुख देवी-देवताओं, वेद शास्त्र और पंचांग की पूजा आदि कर नए साल का स्वागत किया जाता है। 

हिंदू पंचांग यानी कैलेंडर की शुरुआत?
ऐसा माना जाता है की उज्जेन के राजा विक्रमादित्य ने लगभग 2000 साल पहले विक्रम संवत शुरू किया था। हिंदू सभ्यता के अनुसार चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को महत्व देते हुए विक्रमादित्य ने इस पंचांग को पूरे भारत में सभी लोगों तक पहुंचाया था। 

कौन होगा हिंदू नव वर्ष 2024 का स्वामी?
ज्योतिष के अनुसार, हिंदू नव वर्ष का पहला दिन जिस भी दिवस पर पड़ता है, पूरा साल उस ग्रह का स्वामित्व माना जाता है।  9 अप्रैल से शुरू होने वाला नव विक्रम संवत 2081 को ‘क्रोधी’ नाम से कहा जाएगा यानी इस साल नव वर्ष के स्वामी राजा मंगल और मंत्री शनि होंगे।