वैशाख पूर्णिमा पर करें ये उपाय, जग जाएगा सोया हुआ भाग्य, मां लक्ष्मी करेंगी कृपा

हिन्दू धर्म में पूर्णिमा की तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन पूजा और दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। जानकारी के लिए बता दें वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर वैशाख पूर्णिमा मनाई जाती है। इस दिन व्रती रखना और स्नान-दान करना बेहद शुभ माना जाता है। इस साल वैशाख पूर्णिमा 23 मई को मनाई जाएगी। इस दिन किए गए कुछ उपाय आपके जीवन के कष्टों को खत्म कर सकते हैं और सुख-शांति ला सकते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में। 

 

हिन्दू धर्म में पूर्णिमा की तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन पूजा और दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। जानकारी के लिए बता दें वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर वैशाख पूर्णिमा मनाई जाती है। इस दिन व्रती रखना और स्नान-दान करना बेहद शुभ माना जाता है। इस साल वैशाख पूर्णिमा 23 मई को मनाई जाएगी। इस दिन किए गए कुछ उपाय आपके जीवन के कष्टों को खत्म कर सकते हैं और सुख-शांति ला सकते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में। 

आर्थिक समस्याओं के लिए
वैशाख पूर्णिमा के अवसर पर आप 11 पीली कौड़ियां मां लक्ष्‍मी को अर्पित करें। इसके बाद अगले दिन इन कौड़ियों को लाल कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी में रख दें। कहा जाता है कि इससे आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और मां लक्ष्मी अपनी कृपा बनाए रखती हैं। 

मां लक्ष्मी की कृपा के लिए
पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाना बेहद शुभ माना जाता है। वैशाख पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं और फिर परिवार के सदस्यों में बांट दें। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। 

धनलाभ के लिए
मां लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए वैशाख पूर्णिमा के दिन झाड़ू का दान करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार झाड़ू का दान करने से धनलाभ के प्रबल योग बनते हैं और मां लक्ष्मी अपना आशीर्वाद बनाए रखती हैं। 

कष्ट होंगे दूर
वैशाख पूर्णिमा के दिन गंगा जैसी पवित्र नदियों में स्नान करना बेहद लाभदायक माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान करने से जीवन के कष्टों से मुक्ति मिलती है और सुख-शांत का वास होता है। 

वैशाख पूर्णिमा शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख पूर्णिमा की तिथि की शुरुआत 22 मई को शाम 6 बजकर 47 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 23 मई को शाम 7 बजकर 22 मिनट पर होगी। उदया तिथि के चलते वैशाख पूर्णिमा 23 मई को मनाई जाएगी। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है। पूजा का शुभ सुबह 9 बजकर 15 मिनट से रहेगा।