Anant Chaturdashi 2024: कब है अनंत चतुर्दशी? इस दिन धागे में 14 गांठें लगाकर करें ये काम, नोटों से लबालब भरेगी तिजोरी

इस बार अनंत चतुर्दशी 17 सितंबर को मनाई जाएगी। यह त्योहार भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष के 14वें दिन पड़ता है। यह दिन गणेश विसर्जन के अनुष्ठान के लिए भी महत्वपूर्ण है, जिसमें भक्त भगवान गणेश की मूर्तियों को पानी में विसर्जित करके उन्हें विदाई देते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है। इस दिन किए गए धागे से जुड़े कुछ उपाय तिजोरी को नोटों से लबालब भरते हैं। साथ ही, व्यक्ति को जीवन में कभी भी पैसों की कमी नहीं होती।   

 

इस बार अनंत चतुर्दशी 17 सितंबर को मनाई जाएगी। यह त्योहार भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष के 14वें दिन पड़ता है। यह दिन गणेश विसर्जन के अनुष्ठान के लिए भी महत्वपूर्ण है, जिसमें भक्त भगवान गणेश की मूर्तियों को पानी में विसर्जित करके उन्हें विदाई देते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है। इस दिन किए गए धागे से जुड़े कुछ उपाय तिजोरी को नोटों से लबालब भरते हैं। साथ ही, व्यक्ति को जीवन में कभी भी पैसों की कमी नहीं होती।   

14 गांठ बांधकर करें ये उपाय 
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अनंत चतुर्दशी धागे का ये उपाय आपकी जेब को नोटों से भर सकता है। इस दिन एक रेशमी धागे पर 14 गांठे बांधें और इसके बाद विधि विधान से पूजा करें। फिर ऊं अनंताय नम: बीज मंत्र का जप कम से कम 108 बार करें। इससे आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। साथ ही, व्यक्ति के जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं रहेगी। 

सत्यनारायण की पूजा
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार अनंत चतुर्दशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन सत्यनारायण भगवान की विधि-विधान से पूजा अर्चना करने का विधान है। इससे जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं। इतना ही नहीं, भगवान विष्णु भक्तों पर आजीवन कृपा बरसाते हैं. मान्यता है कि इस दिन की गई पूजा से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है।

  

लगाएं भगवान को भोग
घर में गुड़ से बने पकवान का भोग श्री हरि विष्णु को लगाना न भूलें। इस उपाय को करने से व्यक्ति को आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है और इस दिन जीवन में आ रही समस्याओं का अंत होता है। वहीं, बीमारी में भी व्यक्ति को रोगों से राहत मिलती है। इसके सात ही, अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना के साथ ;ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नमः' बीज मंत्र का जप करें। शास्त्रों में इस मंत्र को बहुत पाॉवरफुल माना गया है। कहते हैं कि इस मंत्र के जाप से धन-वैभव की प्राप्ति होती है। 


 होगा नकारात्मकता का अंत
नेगिटिविटी को खत्म करने के लिए 14 जायफल पवित्र नदी में प्रवाहित कर दें। इससे घर की नेगिटिविटी का अंत होगा और जीवन में सकारात्मकता का संचार तेजी से बढ़ेगा। इतना ही नहीं, इससे मन प्रसन्न होगा और व्यक्ति के मन में नए और अच्छे विचारों का संचार बढ़ेगा।