आज जन्मे लोगों का कैसा रहेगा दिन, जानिए कैसे बीतेगा साल, क्या करने से मिलेगा लाभ

7 मार्च को पैदा हुए लोग कैसे इस साल को बिताएंगे और ग्रहों की दशा उनके लिए कैसे रहेगी। यह बात उनके मन में कई दिनों से चल रही है। आज जन्में लोगों का दिन और साल कैसा रहेगा। किन ग्रहों की कृपा बनी रहेगी और किन रत्नों के पहनने से मन को और जीवन को शान्ति मिलेगी, जानिए प्रख्यात हस्तरेखा विशेषज्ञ विमल जैन से।
 

7 मार्च को पैदा हुए लोग कैसे इस साल को बिताएंगे और ग्रहों की दशा उनके लिए कैसे रहेगी। यह बात उनके मन में कई दिनों से चल रही है। आज जन्में लोगों का दिन और साल कैसा रहेगा। किन ग्रहों की कृपा बनी रहेगी और किन रत्नों के पहनने से मन को और जीवन को शान्ति मिलेगी, जानिए प्रख्यात हस्तरेखा विशेषज्ञ विमल जैन से।

आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ। आपकी जन्मतिथि 7 मार्च है। अंक ज्योतिष के अनुसार आपकी जन्मतिथि का स्वामी ग्रह केतु है। इस माह का अधिपति ग्रह बृहस्पति है। आप बृहस्पति एवं केतु ग्रह से सम्मिलित प्रभाव में जीवन पर्यन्त रहेंगे। कल्पनाशील एवं स्वतंत्र विचारों के व्यक्ति होंगे।

जीवन उथल-पुथल व परेशानी से परिपूर्ण रहेगा। कार्यो में नवीनता की झलक मिलेगी। अध्ययन की ओर आपका विशेष झुकाव रहेगा। वास्तविकता को अधिक महत्व देंगे। स्वभाव रहस्यमयी होगा। जीवन का प्रत्येक कार्य व्यवधानपूर्वक सफल होगा। जनसम्पर्क उच्चस्तर का रहेगा। एकान्त में रहना अधिक पसन्द करेंगे।

परिजनों से आपको असहयोग ही मिलेगा। अतीन्द्रियज्ञान की अद्भूत क्षमता होगी। व्यर्थ की वस्तुओं में उपयोगिता निकालना प्रमुख गुण होगा। स्थान-परिवर्तन के अवसर जीवन मे कई बार आयेंगे। छोटी-छोटी उलझनों को महत्व नहीं देंगे। दार्शनिक होंगे।

जीवन में परेशानी की स्थिति में अपने आराध्य देव की पूजा नियमित रूप से करें  तन-मन- कर्म-वचन से शुचिता का धर्म अपनावें। अपने दैनिक जीवन में गुलाबी रंग का प्रयोग अधिकतम करें।

चाँदी का छल्ला कनिष्ठा अंगुली में पहनें तथा केतु यन्त्र धारण करें। हिंसा जनित कार्य न करें। मान-मर्यादा का ख्याल रखें। सफलता के लिए रत्न या उपरत्न तथा यन्त्र विधि-विधानपूर्वक धारण करें।

आपके लिए अनुकूल :- 


मंत्र: ओम के केतवें नमः

मास : जनवरी, मार्च एवं अगस्त 
व्रत : मंगलवार

वर्ष : 7, 6, 25, 34, 43, 52, 6, 70
दिन: रविवार, सोमवार एवं बुधवार रंग: गुलाबी एवं पीला

दिनांक : 7, 6, 25

जन्मरत्न : लहसुनिया उपरत्न : लाजवबर्त 45 | 43॥|
जड़ी: असगंध की जड़

दिशा : वायव्य

प्रत्येक वर्ष का बेहतर समय- 2 जून से 25 जुलाई

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