(वार्षिकी) सुस्ती के बावजूद डिफेंस सेक्टर के शेयर निवेशकों के लिए रहे फायदेमंद
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (हि.स.)। घरेलू शेयर बाजार में डिफेंस सेक्टर की कंपनियां लगातार पांचवें साल अपने निवेशकों को फायदा करने में सफल रहीं। हालांकि 2021 से लेकर 2024 तक डिफेंस सेक्टर की कंपनियों ने स्टॉक मार्केट में जितना दमदार प्रदर्शन किया था, उतना शानदार प्रदर्शन 2025 में नहीं हो सका। प्रदर्शन में गिरावट आने की वजह से इस साल निफ्टी के इंडिया डिफेंस इंडेक्स की चाल भी सुस्त होती हुई नजर आई। इसके बावजूद ये इंडेक्स अभी तक करीब 19 प्रतिशत की मजबूती बनाए रखने में सफल रहा है।
स्टॉक मार्केट के आंकड़ों के अनुसार 2020 में इंडिया डिफेंस इंडेक्स ने 9.5 प्रतिशत का रिटर्न दिया था। इसके बाद स्टॉक मार्केट में डिफेंस सेक्टर की कंपनियों का प्रदर्शन लगातार बेहतर होता गया। साल 2021 में इंडिया डिफेंस सेक्टर ने 56.70 प्रतिशत का रिटर्न दिया। इसी तरह 2022 में इस सेक्टर ने 63.90 प्रतिशत का रिटर्न दिया। वहीं 2023 में इंडिया डिफेंस इंडेक्स में 88.20 प्रतिशत की जबरदस्त तेजी दर्ज की गई। इसके बाद 2024 में इस इंडेक्स के रिटर्न में कुछ गिरावट जरूर आई, इसके बावजूद ये इंडेक्स 54.80 प्रतिशत की तेजी हासिल करने में सफल रहा।
पिछले 4 साल की तुलना में इस साल इंडिया डिफेंस इंडेक्स की चाल सुस्त जरूर रही है। इसके बावजूद साल 2025 के दौरान इस सेक्टर की कुछ कंपनियों के शेयरों ने जबरदस्त तेजी दिखाई। इनमें गार्डनरीच शिप बिल्डर्स एंड इंजिनियर्स की बढ़त सबसे शानदार रही। इस कंपनी के शेयर ने इस साल अभी तक 49 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इसके अलावा एमटीएआर टेक्नोलॉजी और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों में भी मजबूती बनी रही। इसी तरह भारत डायनामिक्स और पारस डिफेंस के शेयरों ने इस साल 30 प्रतिशत का रिटर्न दिया। वहीं मझगांव डॉक, भारत फोर्ज, डाटा पैटर्न्स, हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड और कोचीन शिपयार्ड के शेयर भी इस साल सीमित बढ़त के साथ कारोबार करते रहे।
दूसरी ओर, डिफेंस सेक्टर की कंपनियों में जेन टेक्नोलॉजीज के शेयरों ने अपने निवेशकों को इस साल करीब 44 प्रतिशत का नुकसान करा दिया। इसी तरह यूनिमेक एयरोस्पेस एंड मैन्युफैक्चरिंग तथा साइएंट डीएलएम के शेयरों में इस साल करीब 35 प्रतिशत की गिरावट आ गई। डिफेंस सेक्टर में काम करने वाली बीईएमएल और मिश्र धातु निगम के शेयर भी इस साल दबाव में कारोबार करते रहे। इन दोनों कंपनियों के शेयर इस साल 9 से 10 प्रतिशत तक लुढ़क गए।
आपको बता दें कि पिछले 11 सालों में भारत के डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में बड़ा बदलाव आया है। 2023-24 में देश का अब तक का सबसे ऊंचा रक्षा उत्पादन दर्ज किया गया, जो 1.27 लाख करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंच गया। ये 2014–15 के 46,429 करोड़ रुपये के मुकाबले 174 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। 2024-25 के दौरान रक्षा मंत्रालय ने कुल 193 कॉन्ट्रैक्ट साइन किए। इनकी कुल वैल्यू 2,09,050 करोड़ रुपये रही। ये किसी एक साल में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इनमें से 177 कॉन्ट्रैक्ट घरेलू उद्योगों को दिए गए और इनकी वैल्यू 1,68,922 करोड़ रुपये रही।
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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक