वैश्विक दबाव और एफआईआई की बिकवाली से ढेर हुआ शेयर बाजार, मिडिल ईस्ट के तनाव का भी हुआ असर
नई दिल्ली, 30 सितंबर (हि.स.)। इस महीने 6 सितंबर के बाद आज पहली बार घरेलू शेयर बाजार 1 प्रतिशत से ज्यादा टूट कर बंद हुआ। आज सेंसेक्स में 1,272.07 अंक यानी 1.49 प्रतिशत की कमजोरी आ गई। इसी तरह निफ्टी 368.10 अंक यानी 1.41 प्रतिशत टूट कर बंद हुआ। आज की गिरावट के कारण बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप भी 3.58 लाख करोड़ रुपये घट कर 474.35 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। माना जा रहा है की कमजोर ग्लोबल संकेतों, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली, घरेलू बाजार में शेयरों का ऊंचा वैल्यूएशन और मिडिल ईस्ट में लगातार बढ़ रहे तनाव की वजह से बनी स्थितियों ने आज शेयर बाजार को ढेर कर दिया।
मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक आज ग्लोबल मार्केट की कमजोरी, खासकर एशियाई बाजारों में बने दबाव की वजह से घरेलू शेयर बाजार पर काफी असर पड़ा। आज के कारोबार में निक्केई इंडेक्स 5 प्रतिशत से अधिक टूट गया। इसी तरह ताइवान वेटेड इंडेक्स, कोस्पी इंडेक्स और जकार्ता कंपोजिट इंडेक्स में भी 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। इस गिरावट से भारत में भी शेयर बाजार के कारोबार पर काफी असर पड़ा।
धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी के मुताबिक वैश्विक दबाव की वजह से विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भी आज चौतरफा बिकवाली करके अपने पैसे निकाले, जिसकी वजह से शेयर बाजार पर दबाव बढ़ गया। इसके पहले पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को भी एफआईआई ने 1,209.10 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की थी। आज के कारोबार में विदेशी निवेशकों द्वारा 1,500 करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली करने का अनुमान लगाया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि विदेशी निवेशकों ने चीन के स्टॉक मार्केट में पैसा लगाने के लिए ये बिकवाली की है। दरअसल, चीन ने अपनी अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए हाल में ही राहत पैकेज का ऐलान किया है, जिसकी वजह से चीन की कंपनियों का स्टॉक मार्केट में प्रदर्शन काफी अच्छा हो गया है। शंघाई कंपोजिट इंडेक्स आज 7.46 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुआ है। इस तेजी से प्रभावित होकर तमाम विदेशी निवेशक बड़ा मुनाफा कमाने के लिए चीन के स्टॉक एक्सचेंज में पैसा लगा रहे हैं और इसके लिए भारत समेत दुनिया के दूसरे स्टॉक एक्सचेंज में बिकवाली करके अपना पैसा निकाल रहे हैं।
एंजेल फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ एचवीके रविचंद्रन का कहना है कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली और वैश्विक दबाव के साथ ही घरेलू शेयर बाजार के ऊंचे वैल्यूएशन की वजह से भी आज बिकवाली का दबाव बना। पिछले कुछ दिनों से बाजार के ऊंचे वैल्यूएशन को लेकर लगातार चिंता जताई जा रही है, जिसकी वजह से छोटे और नए निवेशक बाजार में पैसा डालने के पहले काफी सतर्कता बरत रहे हैं। इसके साथ ही निवेशकों ने मुनाफा वसूली भी शुरू कर दी है। आज भी खुदरा निवेशकों ने बाजार में जमकर बिकवाली करके मुनाफा वसूली की। इस वजह से भी शेयर बाजार के दोनों सूचकांकों पर दबाव बढ़ गया।
रविचंद्रन के अनुसार घरेलू शेयर बाजार में आई गिरावट के लिए आर्थिक वजहों के अलावा एक बड़ी वजह मिडिल लिस्ट में लगातार बढ़ रहा तनाव भी है। हिजबुल्लाह के साथ जारी इजरायल की जंग के दौरान ईरान के भी एक सीनियर कमांडर की मौत हो जाने के बाद मिडिल ईस्ट का तनाव और बढ़ाने की आशंका बन गई है। माना जा रहा है कि अगर ईरान इस जंग में आगे बढ़ता है तो अमेरिका और रूस जैसी बड़ी ताकतें भी जंग में दखल दे सकती हैं, जिससे वैश्विक स्तर पर बड़ी हलचल मच सकती है। मिडिल ईस्ट के इस तनाव की वजह से भी निवेशक घबराकर अपना पैसा निकालने में लगे हुए हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक