सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के निवेशकों को बंपर मुनाफा, पहली किस्त के निवेशक हुए मालामाल
नई दिल्ली, 28 नवंबर (हि.स.)। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) की पहली किस्त 30 नवंबर को मैच्योर होने वाली है। एसजीबी की पहली किस्त 2015 में जारी की गई थी, जो 8 साल की परिपक्वता अवधि के बाद गुरुवार को मैच्योर हो जाएगी। एसजीबी की इस किस्त के निवेशकों को सोने के निवेश पर प्रति ग्राम 3,448 रुपये का मुनाफा हुआ है। इस बॉन्ड ने अपने निवेशकों को 10.88 प्रतिशत का कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर) रिटर्न दिया है।
भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक एसजीबी की पहली किस्त के फाइनल रिडेंप्शन के लिए प्रति यूनिट (ग्राम) 6,132 रुपये का भुगतान किया जाएगा। एसजीबी की ये कीमत 20 से 24 नवंबर के सप्ताह के दौरान सोने के एवरेज क्लोजिंग प्राइस के आधार पर कैलकुलेट की गई है। 2015 में आए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की पहली किस्त में निवेशकों को 2,684 रुपये प्रति यूनिट (ग्राम) का भुगतान करना पड़ा था। इस तरह मैच्योरिटी के बाद निवेशकों को प्रति यूनिट (ग्राम) 3,448 रुपये का फायदा हो रहा है। एसजीबी की पहली किस्त में निवेश करने वाले निवेशकों को छमाही आधार पर 2.75 प्रतिशत का ब्याज भी दिया गया है। हालांकि 2015 के बाद आए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की किस्त में ब्याज दर को 2.75 प्रतिशत से घटा कर 2.50 प्रतिशत कर दिया गया था।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भारत सरकार की ओर से फिजिकल गोल्ड के विकल्प के रूप में जारी की जाने वाली सिक्योरिटी है, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक के जरिए निवेशकों के लिए जारी किया जाता है। इस बॉन्ड की मैच्योरिटी पीरियड 8 साल होती है। हालांकि बॉन्ड जारी होने के 5 साल बाद इसे कभी भी सरेंडर करके भुगतान लिया जा सकता है। डीमैट के जरिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग भी की जा सकती है और दूसरे निवेशक को ट्रांसफर भी किया जा सकता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के मैच्योर हो जाने के बाद इसमें निवेश करने वाले निवेशकों को गोल्ड मार्केट की एवरेज क्लोजिंग प्राइस के आधार पर भुगतान किया जाता है। इसमें निवेश करने पर निवेशकों को सोने में निवेश करने का पूरा फायदा मिलता है, क्योंकि उन्हें फिजिकल गोल्ड की तरह इसमें ना तो मेकिंग चार्ज देना पड़ता है और ना ही सोने की शुद्धता को लेकर किसी तरह की कोई चिंता होती है। इसके निवेश पर सरकार की ओर से निवेशकों को हर साल छमाही आधार पर ब्याज का भुगतान भी किया जाता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की पहली किस्त में 2.75 प्रतिशत की ब्याज दर निर्धारित की गई थी, जिसे बाद में बदलकर 2.50 प्रतिशत कर दिया गया। इस बॉन्ड में निवेशक कम से कम एक ग्राम और अधिक से अधिक 4 किलोग्राम तक सोने की यूनिट के लिए निवेश कर सकते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ योगिता/पवन