भारत काली चाय का सबसे बड़ा उत्पादक, भारतीय चाय को बैश्विक ब्रांड बनाने के प्रयास जारी: वाणिज्य मंत्रालय
नई दिल्ली, 02 मार्च (हि.स.)। भारत ने चाय उत्पादन को बढ़ावा देने, भारतीय चाय को एक विशिष्ट ब्रांड बनाने और इस उद्योग के साथ जुड़े परिवार के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। भारत काली चाय (ब्लैक टी) का सबसे बड़ा उत्पादक होने के साथ ही दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चाय उत्पादक देश है। घरेलू जरूरतों और निर्यात दायित्वों को पूरा करने के मामले में आत्मनिर्भर है।
वाणिज्य मंत्रालय ने गुरुवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी। मंत्रालय के मुताबिक भारत करीब 1350 मिलियन किलोग्राम उत्पादन के साथ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चाय उत्पादक देश है। भारत काली चाय का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता भी है। विश्व की कुल चाय खपत का लगभग 18 फीसदी उपभोग यहां होता है। भारतीय चाय को विभिन्न देशें को निर्यात किया जाता है।
मंत्रालय के मुताबिक बड़ी संख्या में घरेलू उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने के अलावा चौथा सबसे बड़ा चाय निर्यातक देश है। चाय उद्योग 11.6 लाख श्रमिकों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मुहैया करा रहा है। इतनी ही संख्या में लोग इससे अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। मंत्रालय ने कहा कि चाय बोर्ड के माध्यम से केंद्र सरकार ने 352 स्वयं सहायता समूहों, 440 किसान उत्पादक संगठनों और 17 किसान उत्पादक कंपनियों के गठन में मदद की है। प्रूनिंग मशीनों और मैकेनिकल हार्वेस्टर (मशीन से पत्तों की तुड़ाई) की खरीद के लिए सहायता दी गई है।
वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान विभिन्न भू-राजनीतिक, भू-आर्थिक और लॉजिस्टिक चुनौतियों के बावजूद भारतीय चाय निर्यात के मामले में 88.3 करोड़ डॉलर के निर्धारित लक्ष्य का 95 फीसदी से अधिक हासिल होने की उम्मीद की जा रही है। इसके अलावा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए मिनी चाय कारखानों की स्थापना, बेहतर मूल्य प्राप्ति और सूचना उपलब्ध कराने के मामले में छोटे चाय उत्पादकों की मदद के लिए मोबाइल ऐप ‘चाय सहयोग’ का विकास किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर/दधिबल