रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ रुपया, आयात बिल में बढ़ोतरी की आशंका

 


- भारतीय मुद्रा ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.44 के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया

नई दिल्ली, 03 अप्रैल (हि.स.)। कच्चे तेल की कीमत में आई तेजी के कारण रुपया बुधवार को एक बार फिर गिरावट के साथ बंद हुआ। पूरे दिन उतार-चढ़ाव उसका सामना करने के बाद भारतीय मुद्रा ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.44 के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया। ये रुपये का अभी तक का रिकार्ड निचला स्तर है।

माना जा रहा है कि डॉलर इंडेक्स में आई तेजी और घरेलू शेयर बाजार में आई गिरावट की वजह से भी फॉरेक्स ट्रेडर्स के बीच आज निगेटिव माहौल बना रहा, जिसकी वजह से रुपये में लगातार गिरावट आई चली गई। रुपये की कमजोरी के कारण देश के आयात बिल में बढ़ोतरी होने की आशंका बन गई है।

जानकारों के मुताबिक विश्व व्यापार में सबसे अधिक लेन देन अमेरिकी डॉलर के जरिए ही किया जाता है। ऐसी स्थिति में अगर अमेरिकी डॉलर की तुलना में रुपये में कमजोरी आती है तो किसी भी सामान का आयात करने पर भारतीय कारोबारियों को अधिक रुपये का भुगतान करना पड़ेगा। रुपये की कमजोरी का सबसे अधिक असर पेट्रोलियम और गैस के आयात बल पर पड़ेगा, क्योंकि भारत अपनी जरूरत का 85 प्रतिशत से अधिक पेट्रोलियम और इससे जुड़े अन्य प्रोडक्ट्स अंतरराष्ट्रीय बाजार से खरीदता है।

भारत के कुल आयात बिल में पेट्रोलियम और इससे जुड़े उत्पादों की हिस्सेदारी भी करीब 30 प्रतिशत की है। ऐसे में अगर रुपये की कीमत पर लगाम नहीं लगा और कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी जारी रही तो देश के आयात बिल में काफी इजाफा हो सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार/योगिता/सुनीत