डाकघर में रजिस्टर्ड डाक सेवा बंद होने से जनता की जेब पर स्पीड पोस्ट पड़ी भारी

 

बिजनौर,28 अगस्त ( हि.स.) | जनपद के सभी डाकघरों में बारकोड के अभाव में रजिस्ट्री डाक सेवा बंद है। इससे आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

लोगों के बीच ऐसी चर्चा है कि सरकार रजिस्टर्ड डाक सेवा की जगह स्पीड पोस्ट को प्राथमिकता दे रही है, जिससे डाक विभाग को अधिक राजस्व अर्जित हो। रजिस्टर्ड डाक सेवा नहीं होने से जहां आम लोगों की जेब पर ज्यादा बोझ पड़ रहा है। वहीं प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को अधिक परेशानी हो गई है। अधिकांश प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों से रजिस्टर्ड डाक सेवा से ही आवेदन पत्रों की मांग की जाती है। ऐसे में प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले अभ्यर्थी परेशान हैं । उधर, रजिस्टर्ड डाक सेवा के लिए डाक विभाग द्वारा न्यूनतम 26 रुपए निर्धारित किए हैं लेकिन रजिस्टर्ड डाक बुक बंद होने पर लोगों को 26 रुपए की जगह 42 रुपए खर्च कर स्पीड पोस्ट करना पड़ रहा है। इसका असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है। जिसके चलते लोग कुरियर सेवा की तरफ रुख कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / नरेन्द्र