उत्पादन में रिकॉर्ड बनाने के साथ सामुदायिक पहल में भी आगे बढ़ रहा है बरौनी रिफाइनरी
बेगूसराय, 09 अप्रैल (हि.स.)। आजादी के बाद देश में सबसे पहले बिहार में स्थापित होने वाली रिफाइनरी इंडियन ऑयल की बरौनी रिफाइनरी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में पेट्रोलियम पदार्थों के उत्पादन विगत 58 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बल्कि, सामुदायिक विकास पहल की दिशा में भी तेजी से आगे बढ़ रही है।
कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख आर.के. झा ने बताया कि हमने हितधारकों के साथ अपने संबंधों को मजबूत किया। इसके साथ ही सीएसआर और सीईआर के रूप में अपनी सामुदायिक विकास परियोजनाओं के माध्यम से बेगूसराय के स्थानीय समुदायों और लोगों के साथ अपनी खुशी भी साझा की है।
राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड और बरौनी डेयरी के सहयोग से बरौनी रिफाइनरी द्वारा कार्यान्वित जैविक खाद प्रबंधन परियोजना के तहत बरौनी डेयरी के परिसर में ''स्लरी प्रोसेसिंग प्लांट'' लगाया गया है। बिहार में बेगूसराय के सदर अस्पताल में अब तक का पहला 50 बेड का बाल चिकित्सा वार्ड की स्थापना की गई। प्रति दिन 15 सौ सिलेंडर भरने की क्षमता के साथ सीईआर के तहत बरौनी रिफाइनरी में पीएसए आधारित ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना किया गया।
सदर अस्पताल को लाइफ सपोर्ट सिस्टम के साथ तीन एम्बुलेंस सौंपा गया। सीएसआर के तहत बेगूसराय के 427 दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण उपलब्ध कराया गया है। राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ''दिनकर'' के आवास सिमरिया में उनकी आदमकद प्रतिमा की स्थापना किया गया। रिफाइनरी टाउनशिप में भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की आदमकद प्रतिमा स्थापित की गई।
श्रीकृष्ण सिंह छात्रवृत्ति योजना एवं दिनकर उच्च शिक्षा सहायता योजना के तहत एक लाख रुपये से कम पारिवारिक आय वाले 93 मेधावी बच्चों को छात्रवृत्ति का अनुदान प्रदान किया गया है। इसके अलावा बेगूसराय की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में बेगूसराय जीविका का सहयोग करते हुए हर घर तिरंगा के तहत 32 हजार राष्ट्रीय ध्वज लिया गया।
नए अधिकारियों के लिए विद्यापति छात्रावास में दीदी की रसोई का संचालन इन्हें प्रदान किया गया है। हरित अभियान और स्थानीय लोगों के पर्यावरण हित के लिए जुबली पेट्रोल पम्प से लेकर हर-हर महादेव चौक तक वाकिंग ट्रैक सहित ग्रीन कॉरीडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र