ओएनजीसी शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लिए 2 लाख करोड़ रुपये का करेगी निवेश
नई दिल्ली, 09 जुलाई (हि.स.)। सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनी ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन के लिए करीब दो लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी की योजना इस लक्ष्य को 2038 तक हासिल करना है। इस पहल के तहत ओएनजीसी नवीकरणीय ऊर्जा स्थलों और हरित हाइड्रोजन संयंत्रों की स्थापना करेगी।
ओएनजीसी ने मंगलवार को ‘एक्स’ पोस्ट पर इससे संबंधित एक दस्तावेज जारी कर यह जानकारी दी है, जिसमें शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने की योजना का पूरा ब्योरा विस्तारपूर्वक दिया है। कंपनी ने इसमें देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए हाइड्रोकार्बन उत्पादन को बढ़ाने के साथ ही स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं का उल्लेख भी किया है।
कंपनी ने जारी दस्तावेज में बताया कि ओएनजीसी 2030 तक पांच गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता, ग्रीन हाइड्रोजन, बायोगैस, पंप स्टोरेज संयंत्र और अपतटीय पवन परियोजना स्थापित करने के लिए 97 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके अलावा कंपनी की योजना हरित अमोनिया संयंत्र की स्थापना करने का प्रस्ताव भी है।
ओएनजीसी ने कहा कि वह तकनीकी हस्तक्षेप के जरिए वर्ष 2030 तक गैस दहन को शून्य करने के लिए 5 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। गौरतलब है कि देश के करीब दो-तिहाई कच्चे तेल और लगभग 58 फीसदी प्राकृतिक गैस का उत्पादन ओएनजीसी करती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर / दधिबल यादव