सतत विकास के लिए ढांचे, नवोन्मेषण, निवेश, समावेशन पर ध्यान देने की जरूरत: सीतारमण
इंचियोन/नई दिल्ली, 03 मई (हि.स.)। दक्षिण कोरिया की चार दिवसीय आधिकारिक दौरे पर गईं केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गवर्नर सेमिनार में दीर्घकालिक स्थिर विकास हासिल करने के लिए चार आई पर ध्यान देने की जरूरत पर जोर दिया है। सीतारमण ने चार आई को इंफ्रा (ढांचागत), इनोवेशन (नवोन्मेष), इन्वेस्टमेंट (निवेश) और इनक्लूजिविटी (समावेशन) के रूप में वर्णित किया है।
वित्त मंत्री ने बुधवार को एशिया के पुनरुद्धार का समर्थन करने वाली नीतियां’ विषय पर एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के गवर्नर सेमिनार में 4 ‘आई’ के महत्व को समझाते हुए कहा कि रोजगार पैदा करने की क्षमता रखने वाले ढांचागत विकास को बढ़ाने के लिए निवेश जरूरी है। उन्होंने कहा कि श्रम गहन उद्योगों और कौशल विकास पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
सीतारमण ने कहा कि निवेश और नवोन्मेष बढ़ाने के लिए निजी क्षेत्र को शामिल करने की जरूरत है। सीतारमण ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था ने पिछले कुछ समय में परीक्षणों और संकट का सामना किया है। उन्होंने कहा कि देशों ने भारी कर्ज लेकर समाज के कमजोर लोगों की सुरक्षा के लिए प्रयास किए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश/सुनीत