मध्य प्रदेश को कृषि उत्पादों के निर्यात में मिली बड़ी सफलता

 




- ओमान के लिये शुष्क सोयाबीन दूध पावडर की पहली खेप रवाना

भोपाल, 2 फरवरी (हि.स.)। कृषि प्र-संस्कृत खाद्य निर्यात प्राधिकरण (एपीडा) ने प्रदेश के कृषि निर्यात के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। एपीडा के सहयोग से मध्यप्रदेश के एक्सपोर्टर द्वारा ओमान के लिये शुष्क सोयाबीन दूध पावडर की पहली खेप की गाड़ी को हरी-झण्डी दिखाकर शुक्रवार को रवाना किया गया।

इस अवसर पर एपीडा के जनरल मैनेजर डॉ. वीके विद्यार्थी, एपीडा के बोर्ड मेम्बर संतोष गोयल, एक्सपोर्टर मैसर्स बॉयोनाइट्रेंट्स प्रायवेट लिमिटेड भोपाल के प्रतिनिधि और इम्पोर्टर मैसर्स इंटरनेशनल टूरिज्म रेस्टॉरेंट कम्पनी ओमान के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

जनसम्पर्क अधिकारी क्रांतिदीप अलूने ने बताया कि भारत सरकार द्वारा वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत एपीडा निर्यातकों को अपने उत्पाद विदेशों में निर्यात करने में आवश्यक सहयोग मुहैया कराता है। एपीडा की मध्यस्थता से ओमान के साथ बॉयोन्यूट्रेंट (इण्डिया) प्रायवेट लिमिटेड के मध्य दीर्घकालिक अनुबंध हुआ है, जिसमें एक निश्चित मात्रा में शुष्क सोयाबीन मिल्क पावडर नियमित रूप से ओमान भेजा जायेगा। इसका प्रत्यक्ष वित्तीय लाभ प्रदेश के सोयाबीन उत्पादक किसानों को मिलेगा तथा कृषि उत्पादों के निर्यात की नई संभावनाओं का उदय होगा। एपीडा का मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुसूचित उत्पादों को बढ़ावा देना है। एपीडा के प्रयासों से देश के विभिन्न राज्यों से कई नये उत्पाद विदेशों में सफलतापूर्वक निर्यात किये जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि ओमान को शुष्क दूध पावडर भेजने वाले निर्यातकों के अनुसार, देश में उच्च प्र-संस्करण लागत के कारण सीमित मात्रा में विनिर्माण कम्पनियाँ सोया मिल्क पावडर का उत्पादन कर रही है। उनकी कम्पनी देश में रियल, हल्दीराम और अन्य कम्पनियों को सोया मिल्क पावडर की आपूर्ति कर रहे हैं।

मध्य पूर्व के देशों में भारतीय उत्पादों की बहुत माँग है। उन्होंने बताया कि गुणवत्ता मानकों और खाद्य सुरक्षा मानदण्डों के पालन में कड़ाई होने से बाजार में स्थापित होने में अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि भारत के एक्सपोर्टर द्वारा सप्लाई किया जा रहा सोया मिल्क पावडर सभी परीक्षण मानकों पर खरा उतरा है। इसीलिये कम्पनी से दीर्घकालिक अनुबंध किया है और आशा है कि भविष्य में और भी इम्पोर्टर भारतीय उत्पादों का आयात करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/प्रभात