करवा चौथ पर देशभर में 22 हजार करोड़ रुपये के व्यापार होने का अनुमान
नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (हि.स.)। त्योहारी सीजन से देशभर के बाजारों में रौनक लौट आई है। नवरात्रि के दौरान कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, फैन्सी आइटम और कपड़े सहित अन्य चीजों की अच्छी बिक्री रही। अब कारोबारियों को करवा चौथ, धनतेरस और दिवाली से काफी उम्मीद है। देश में करवा चौथ का त्योहार रविवार, 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस त्योहार की विशेष महत्ता है, क्योंकि विवाहित महिलाओं के लिए यह खास त्योहार है। करवा चौथ के मौके पर दिल्ली सहित देशभर के बाजारों में करीब 22 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है। पिछले साल यह आंकड़ा करीब 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक का था।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री एवं भाजपा के सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वोकल फॉर लोकल अभियान की शृंखला में करवा चौथ पर सभी को भारत में ही बने सामानों को उपयोग में लाने का बड़ा संदेश देता है। पिछले दो दिनों से देशभर के बाजारों में इस पर्व की खरीदारी को लेकर जोश बना हुआ है। कपड़ों, ज्वेलरी से लेकर शृंगार-कॉस्मेटिक्स का सामान, गिफ्ट आइट्म्स, पूजा के समानों की जमकर शॉपिंग की जा रही है। व्यापारियों के मुताबिक़ करवा चौथ त्योहार पर देशभर में करीब 22 हज़ार करोड़ रुपये का कारोबार होगा। यदि सिर्फ दिल्ली की बात करें तो यहां करीब चार हज़ार करोड़ रुपये की बिक्री होने वाली है। यदि ऐसा हुआ तो इस अवसर पर बिक्री के पुराने सारे रिकार्ड टूट जाएंगे।
कैट महामंत्री ने कहा कि करवा चौथ पर ज्वेलरी से लेकर कपड़े, मेकअप सामग्री, साड़ियां, पूजा कैलेंडर और पूजा सामग्री जिसमें पूजा के लिए करवा, छलनी, दीया, फूलबत्ती और पूजा से जुड़ी अन्य सामग्री की खरीदारी की जाएगी। इनमें ज्यादातर महिलाएं कथा की किताब और दीपों की भी खरीदारी करती हैं। इसके अलाव शृंगार के समानों में कांच की लाल चूड़ियां, बिछिया, पायल, लॉकेट और चूड़ा जैसी अलग-अलग तरह की करवे की थाली खरीदे जाते हैं। इस बार चांदी से बने करवे भी बाजार में उपलब्ध हैं जिनकी मांग ज्यादा होने की उम्मीद है। देशभर के बाजारों में खूब भीड़ दिखाई दे रही है। इस साल बाजारों में पिछले साल के मुकाबले ज्यादा रौनक दिखाई दे रही है।
खंडेलवाल ने कहा कि करवा चौथ पर मेहंदी लगाना बहुत शुभ माना जाता है। इसलिए देशभर में मेहंदी का बड़ा कारोबार होता है। करवा चौथ पर एक बेहतर व्यापार का बड़ा अवसर है। भारतीय परंपरा के मुताबिक आगामी नवंबर से शुरू होने वाले शादियों के लिए भी सोने के गहनों आदि की बुकिंग भी करवा चौथ से शुरू हो जाती है। खंडेलवाल ने कहा कि अब करवा चौथ पर बड़ी मात्रा में पुरुष भी अपनी पत्नी की लंबी एवं स्वस्थ आयु के लिए पत्नी के साथ करवा चौथ का व्रत रखते हैं। पिछले 20 सालों से अधिक समय से वो यह व्रत रख रहे हैं। इसके साथ ही लगातार देशभर में व्यापारियों को करवा चौथ व्रत रखने के लिए प्रेरित भी करते रहे हैं। इसी का परिणाम है कि अब दिल्ली सहित देशभर में लोग जिसमें ख़ास तौर पर व्यापारी हैं, जो करवा चौथ का व्रत रखते हैं। सांसद बनने के बाद खंडेलवाल ने अब इस मुहिम को अपने संसदीय क्षेत्र चांदनी चौक में शुरू किया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर