जिंका लॉजिस्टिक्स का आईपीओ दो दिनों में 32 फीसदी सब्सक्राइब, शेयर 21 नवंबर को होगा सूचीबद्ध
नई दिल्ली, 18 नवंबर (हि.स.)। ट्रक मालिकों का डिजिटल प्लेटफॉर्म जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस लिमिटेड के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में सोमवार को निवेश का तीसरा और आखिरी दिन है। पिछले दो दिनों में यह इश्यू कुल 32 फीसदी सब्सक्राइब हुआ है। खुदरा कैटेगरी में यह 92 फीसदी, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) कैटगरी में 25 फीसदी और गैर-संस्थागत निवेशक (एनआईआई) कैटगरी में चार फीसदी सब्सक्राइब हो चुका है।
जिंका लॉजिस्टिक्स के आईपीओ का साइज 1114.72 करोड़ रुपये है। ट्रक मालिकों का डिजिटल प्लेटफॉर्म वाली कंपनी के आईपीओ में 550 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। वहीं, मौजूदा शेयरहोल्डर्स और प्रमोटर्स की ओर से 2.16 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) रहेगा। अपर प्राइस बैंड पर ओएफएस की वैल्यू लगभग 564.72 करोड़ रुपये होगी। कंपनी की योजना इस आईपीओ के जरिए 1,115 करोड़ रुपये जुटाने की है।
कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 21 नवंबर को सूचीबद्ध होंगे। जिंका लॉजिस्टिक्स नए निर्गम से प्राप्त 200 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग बिक्री और विपणन पहल के लिए करेगी। इसके अलावा 140 करोड़ रुपये की राशि का इस्तेमाल ब्लैकबक फिनसर्व में निवेश के लिए किया जाएगा, जबकि 75 करोड़ रुपये उत्पाद विकास से संबंधित व्यय के वित्तपोषण के लिए तथा एक हिस्सा सामान्य कंपनी अपने कामकाज में लगाएगी।
जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस लिमिटेड ने आईपीओ के लिए मूल्य का दायरा 259-273 रुपये प्रति शेयर तय किया है। कंपनी के इस आईपीओ में निवेशक न्यूनतम 54 इक्विटी शेयर और उसके बाद 54 इक्विटी शेयरों के मल्टीपल में बोली लगा सकते हैं। जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस की कंपनी पात्र कर्मचारियों को 25 रुपये प्रति इक्विटी शेयर का डिस्काउंट का ऑफर दे रही है।
जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस लिमिटेड कंपनी ट्रक ऑपरेटरों (यूजर्स की संख्या के हिसाब से) के लिए भारत का सबसे बड़ा डिजिटल प्लेटफॉर्म है। देश में 963,345 ट्रक ऑपरेटर्स ने वित्त वर्ष 2023-24 में इस प्लेटफॉर्म पर ट्रांजेकक्शन किया। ये कंपनी ट्रक ऑपरेटरों को अपना बिजनेस मैनेज करने और उनकी कमाई बढ़ाने के लिए डिजिटल रूप से सशक्त बनाकर भारत में ट्रकिंग इंडस्ट्री को बदलने के लिए डेडिकेटेड है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर