सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 18.29 फीसदी बढ़कर 9.87 लाख करोड़ रुपये रहा
- शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 23.51 फीसदी बढ़कर 8.65 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा
नई दिल्ली, 18 सितंबर (हि.स.)। चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अबतक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 18.29 फीसदी बढ़कर 9.87 लाख करोड़ रुपये रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 8.34 लाख करोड़ रुपये रहा था।
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक बयान में बताया कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 16 सितंबर तक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 18.29 फीसदी उछलकर 9.87 लाख करोड़ रुपये रहा है। मंत्रालय के मुताबिक 1,21,944 करोड़ रुपये रिफंड जारी करने के बाद शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 8.65 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 23.51 फीसदी ज्यादा है।
मंत्रालय ने केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के आंकड़ों के हवाले से कहा कि कंपनियों की ओर से ज्यादा अग्रिम कर भुगतान के कारण प्रत्यक्ष कर संग्रह में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। आंकड़ों के मुताबिक 8,65,117 करोड़ रुपये के शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में 4,16,217 करोड़ रुपये का कॉरपोरेट आयकर (सीआईटी) और प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) सहित 4,47,291 करोड़ रुपये का व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) शामिल है।
सीबीडीटी के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 16 सितंबर तक अग्रिम कर संग्रह 21 फीसदी बढ़कर 3.55 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2.94 लाख करोड़ रुपये रहा था। अग्रिम कर संग्रह 3.55 लाख करोड़ रुपये में सीआईटी 2.80 लाख करोड़ रुपये और पीआईटी 74,858 करोड़ रुपये है। आयकर विभाग ने करीब 1.22 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया है।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश/सुनीत