सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 17.59 फीसदी बढ़ कर 12.37 लाख करोड़ पर

 


-शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह अब तक 22 फीसदी बढ़कर 10.60 लाख करोड़ रुपये

नई दिल्ली, 10 नवंबर (हि.स.)। धनतेरस के दिन अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर अच्छी खबर है। चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अबतक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 17.59 फीसदी बढ़कर 12.37 लाख करोड़ रुपये रहा है। वहीं, शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 22 फीसदी बढ़कर 10.60 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह संग्रह केंद्रीय बजट में तय कुल लक्ष्य का 58.15 फीसदी है।

वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि 9 नवंबर तक सकल आधार पर कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 17.59 फीसदी बढ़कर 12.37 लाख करोड़ रुपये रहा है। प्रत्यक्ष कर में व्यक्तिगत आयकर और कंपनी कर शामिल है। मंत्रालय के मुताबिक कर ‘रिफंड’ के बाद शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 10.60 लाख करोड़ रुपये रहा। यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कर संग्रह के मुकाबले 21.82 फीसदी अधिक है।

मंत्रालय ने आयकर विभाग के हवाले से बताया कि शुद्ध रूप से कंपनी कर संग्रह 12.48 फीसदी और व्यक्तिगत आयकर 31.77 फीसदी बढ़ा है। करदाताओं को एक अप्रैल से नौ नवंबर 2023 के बीच 1.77 लाख करोड़ रुपये वापस रिफंड किए गए हैं। कंपनी कर संग्रह इस दौरान 7.13 फीसदी बढ़ा, जबकि व्यक्तिगत आयकर 28.29 फीसदी बढ़ा है।

उल्लेखनीय है कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट में प्रत्यक्ष कर संग्रह 18.23 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान रखा गया है। यह वित्त वर्ष 2022-23 के 16.61 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 9.75 फीसदी अधिक है।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर/संजीव