बड़े निर्यात का लक्ष्य तय करे बिजली उद्योग : पीयूष गोयल

 


- वस्तुओं, सेवाओं का निर्यात 2030 तक एक-एक हजार अरब डॉलर होगा

नई दिल्ली, 21 फरवरी (हि.स.)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बिजली उद्योग से बड़े निर्यात लक्ष्य तय करने और उस दिशा में काम करने को कहा है। मंगलवार को उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं। भारत का वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात अच्छी दर से बढ़ रहा है। इनमें से प्रत्येक के वर्ष 2030 तक बढ़कर 1,000 अरब डॉलर पर पहुंचने की उम्मीद है।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ग्रेटर नोएडा में इंडियन इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने इलेक्रमा के 15वें संस्करण को संबोधित करते हुए कहा कि बिजली उद्योग को बड़े निर्यात लक्ष्य तय करने और उस दिशा में काम करने की जरूरत है। इस क्षेत्र में वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं।

गोयल ने अपने संबोधन में विद्युत उद्योग से जुड़े सभी क्षेत्रों में गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (क्यूसीओ) जारी करने की जरूरतों पर बल दिया। वाणिज्य मंत्री इलेक्रमा के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जिसका विषय 'सतत भविष्य के लिए ऊर्जा की पुनर्कल्पना' है। गोयल ने कहा कि इस क्षेत्र ने 10 अरब डॉलर का निर्यात किया है, जिसे अगले 5 साल में बढ़ाकर 25 अरब डॉलर करने का लक्ष्य है।

वहीं गोयल ने एक अन्य कार्यक्रम में कहा कि भारत का वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात अच्छी दर से बढ़ रहा है। इनमें से प्रत्येक के 2030 तक बढ़कर 1,000 अरब डॉलर पर पहुंचने की उम्मीद है।

उल्लेखनीय है कि देश का वस्तु और सेवा निर्यात 2021-22 में क्रमशः 422 अरब डॉलर और 254 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चस्तर पर था।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर