केंद्र ने लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों में फिर नहीं किया कोई बदलाव
नई दिल्ली, 30 सितंबर (हि.स.)। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के लिए सभी छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। इस तरह लगातार तीन तिमाहियों से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। पिछली बार वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के लिए कुछ योजनाओं के ब्याज की दरों में बदलाव किया गया था।
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक अधिसूचना में कहा कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही (एक अक्टूबर से 31 दिसंबर, 2024 तक) के लिए विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर ब्याज की दरें दूसरी तिमाही (एक जुलाई से 30 सितंबर, 2024 तक) के लिए अधिसूचित दरों के समान ही रहेंगी। मंत्रालय के मुताबिक सरकार ने जिन लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है, उनमें सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ), सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (एससीएसएस), पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (पीओटीडी), नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी), महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट, पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (पीओएमआईएस), टर्म डिपॉजिट और अन्य योजना शामिल हैं।
अधिसूचना के अनुसार सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा राशि पर पहले की तरह 8.2 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा, जबकि तीन साल की सावधि जमा पर ब्याज की दर 7.1 फीसदी रहेगी। इसी तरह पीपीएफ और डाकघर बचत जमा योजना के लिए ब्याज दरें भी क्रमश: 7.1 फीसदी और चार फीसदी पर बनी रहेंगी। किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 7.5 फीसदी होगी तथा यह निवेश 115 महीनों में परिपक्व होगा। वहीं, राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) पर ब्याज दर 7.7 फीसदी रहेगी। इसके अलावा अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भी डाकघर मासिक आय योजना के निवेशकों को पहले की तरह 7.4 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि सरकार डाकघरों और बैंकों द्वारा संचालित इन लघु बचत योजनाओं के लिए हर तिमाही में ब्याज दरों को अधिसूचित करती है।
हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर