एफएसएसएआई ने दीपावली के दौरान मिलावट रोकने के लिए मिठाइयों की निगरानी बढ़ाई
नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (हि.स.)। त्योहारी सीजन दीपावली के दौरान मिलावट रोकने के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने मिठाइयों की निगरानी बढ़ा दी है। एफएसएसएआई ने देशभर में अपने 4,000 राज्यस्तरीय अधिकारियों को खुदरा मिठाई विक्रेताओं और बनाने वालों की निगरानी तेज करने का निर्देश दिया है।
एफएसएसएआई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी जी. कमला वर्धन राव ने मंगलवार को ‘ईट राइट समिट’ 2023 से इतर मीडिया से कहा कि आमतौर पर दीपावली के अवसर पर मिठाइयों की खपत बढ़ जाती है। हमने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में अपने अधिकारियों को मिठाइयों में मिलावट की जांच के लिए निगरानी तेज करने का निर्देश दिया है। दूध और दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता की जांच करने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) और भारतीय गुणवत्ता परिषद द्वारा संयुक्त रूप से एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण किया जा रहा है। सर्वेक्षण में करीब 10 हजार नमूने एकत्र किए जाएंगे। यह सर्वेक्षण एक महीने में पूरा हो जाएगा।
इस बीच, एफएसएसएआई ने इस साल निगरानी नमूनों की संख्या बढ़ाकर एक लाख कर दी है, जो अगले साल बढ़कर सात लाख हो जाएगी। भारत में सबसे अधिक मिलावट दूध में की जाती है। दीपावली के त्योहार पर मिठाइयों की खपत बढ़ जाती है, जिसकी वजह से मिठाइयों में दुकानदार मिलावट करने लगते हैं। भारत में सबसे अधिक मिलावटी वस्तु दूध है और अधिकांश मिठाइयां दूध से बनाई जाती हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर/पवन