ईपीएफओ ने जुलाई में 20 लाख सदस्य जोड़े, नए सदस्यों की संख्या 10.52 लाख
-डॉ. मांडविया ने कहा-साल 2028 के बाद युवाओं के रोजगार दर में हुई वृद्धि
नई दिल्ली, 23 सितंबर (हि.स.)। देश में सेवानिवृत्ति कोष का प्रबंधन करने वाले निकाय कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से जुलाई महीने में 19.94 लाख सदस्य जुड़े हैं। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने जारी एक बयान में यह जानकारी दी है।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने सोमवार को नई दिल्ली में ईपीएफओ के जुलाई, 2024 के अनंतिम पेरोल डेटा को जारी करते हुए बताया कि ईपीएफओ ने जुलाई में 19.94 लाख शुद्ध रूप से (नेट) सदस्य जोड़े हैं, जो अप्रैल, 2018 में पेरोल डेटा जारी होने के बाद से अब तक की सबसे अधिक वृद्धि है। डॉ. मांडविया ने कहा कि 10.52 लाख नए यानी पहली बार काम करने वाले लोग ईपीएफओ द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जुड़े हैं।
डॉ. मांडविया ने ईपीएफओ डेटा जारी करते हुए कहा कि इस वर्ष जुलाई में करीब 20 लाख नए सदस्य जुड़े (19.94 लाख) हैं। उन्होंने बताया कि जुलाई में जुड़े 8.77 लाख सदस्य 18-25 वर्ष आयु वर्ग के हैं। मंत्री ने कहा कि 18-25 वर्ष की आयु के लगभग 6.25 लाख लोग पहली बार काम कर रहे हैं, जो नए सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि करीब 59.4 फीसदी नए सदस्य 18-25 वर्ष आयु वर्ग के हैं।
श्रम एवं रोजगार मंत्री ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि युवाओं के रोजगार दर में वृद्धि हुई है। उन्हाेंने बताया कि जुलाई महीने में ईपीएफओ से 4.41 लाख महिला सदस्य जुड़ीं, जिनमें 3.05 लाख नई सदस्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि महिला रोजगार में भी वृद्धि हुई है। मंत्रालय के मुताबिक जुलाई में कुल सदस्य वृद्धि में महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा और गुजरात राज्यों का योगदान 59.27 फीसदी रहा है, जिससे सामूहिक रूप से 11.82 लाख सदस्य जुड़े हैं। वहीं, राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों में महाराष्ट्र सबसे आगे रहा, जिसने कुल नए सदस्यों में 20.21 फीसदी का योगदान दिया है।
हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर