आर्थिक सर्वेक्षण से देश के विकास की बढ़ती रफ्तार साफ जाहिर होती है : खंडेलवाल

 


-आर्थिक सर्वेक्षण में राज्‍यों के साथ-साथ शिक्षा और रोजगार के बीच संतुलन पर जोर

नई दिल्‍ली, 22 जुलाई (हि.स.)। कन्‍फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्‍ट्रीय महामंत्री और चांदनी चौक से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 को विकसित भारत का महत्वपूर्ण दस्तावेज करार दिया है।

खंडेलवाल ने सोमवार को आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 को विकसित भारत का महत्वपूर्ण दस्तावेज करार देते हुए कहा कि यह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत विजन की दिशा में एक बढ़ता हुआ कदम है, जिसमें सरकार बेरोजगारी के गिरते ग्राफ के साथ ही देश की तेजी से बढ़ती सकल घरेलू उतपाद (जीडीपी) ग्रोथ का भी अकड़ा साफ दिखाई देता है। उन्‍होंने कहा कि इकाेनॉमिक सर्वे में प्राइवेट सेक्टर, पीपीपी और एग्रीकल्चर सेक्टर पर विशेष जोर दिया गया है।

भाजपा सांसद खंडेलवाल ने कहा कि वित्‍त वर्ष 2024-25 के लिए देश की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.50 से 7 फीसदी तक लगाया गया है, जो देश में व्यापार और अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है। उन्हाेंने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण में बेरोजगारी के आकड़ों में दिखी गिरावट सरकार को घेरने वाले लोगों के लिए करार जवाब है।

उन्‍होंने कहा कि इस सर्वे से हमें निजी निवेश में भी तेजी देखने को मिली है, जो कि हमारे लिए बेहद अच्छी खबर है। इसके साथ ही इसमें यह संभावना भी दिखती है कि वर्ष 2026 तक भारत का वित्तीय घाटा काफ़ी हद तक कम हो जाएगा। उन्हाेंने कहा कि कुल मिला कर ये आर्थिक सर्वे भारत के उज्ज्वल भविष्य को दर्शाता है, इसके लिए मैं सीतारमण को बहुत बधाई देता हूं, उनके योगदान और कड़ी मेहनत की जितनी तारीफ की जाए बहुत कम है।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर / रामानुज