घरेलू शेयर बाजार की तेजी से मालामाल हुए आम निवेशक, डीआईआई ने की मुनाफावसूली

 




- 11 कारोबारी दिन में घरेलू संस्थागत निवेशकों ने की 10, 378 करोड़ की बिकवाली

नई दिल्ली, 17 जुलाई (हि.स.)। घरेलू शेयर बाजार में आई तेजी का फायदा जहां आम निवेशकों को मिला है, वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने भी इस तेजी का फायदा उठा कर जमकर मुनाफावसूली की है। पिछले कुछ दिनों के दौरान घरेलू संस्थागत निवेशकों ने बाजार में 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली की है। माना जा रहा है कि मार्केट में करेक्शन का दौर शुरू होने पर घरेलू निवेशक दोबारा खरीदारी शुरू करेंगे।

स्टॉक एक्सचेंज से मिले आंकड़ों के मुताबिक पिछले 11 कारोबारी दिनों के दौरान घरेलू संस्थागत निवेशक अभी तक 10,378 करोड रुपए के शेयरों की बिकवाली कर चुके हैं। इन 11 में से 7 कारोबारी दिनों के दौरान शेयर बाजार ने ऑल टाइम हाई के नए रिकॉर्ड बनाए। साफ है कि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने बाजार के ऊपरी स्तर पर पहुंचने के बाद बिकवाली करके जबरदस्त मुनाफा कमाया है।

इस साल अप्रैल के महीने से लेकर अभी तक के कारोबार के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में करीब 14 प्रतिशत तक की उछाल आ चुकी है। इसी तरह बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी 22 से 24 प्रतिशत तक मजबूत हुए हैं। इस दौरान सेंसेक्स जहां 66,600 अंक के स्तर को पार करने में सफल रहा है, वहीं निफ्टी 19,700 अंक के स्तर को पार कर गया है।

स्टॉक मार्केट के जानकारों के मुताबिक बाजार में जारी तेजी का फायदा उठाते हुए घरेलू संस्थागत निवेशक फिलहाल बिकवाली करके जमकर मुनाफा कमा रहे हैं। इसके पहले 2023 के शुरुआती दिनों में जब बाजार में विदेशी निवेशक जमकर बिकवाली कर रहे थे और बाजार में लगातार गिरावट आ रही थी तब घरेलू संस्थागत निवेशकों ने बाजार को सपोर्ट करने के लिए बड़े पैमाने पर खरीदारी की थी। घरेलू संस्थागत निवेशकों की ओर से की गई जोरदार खरीदारी के कारण ही भारतीय शेयर बाजार दबाव का सामना करने के बावजूद धराशाई होने से बच गया था।

धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी के मुताबिक अब बाजार में तेजी लौटने और विदेशी निवेशकों द्वारा जमकर खरीदारी करने का दौर शुरू करने के बाद घरेलू संस्थागत निवेशक साल के शुरुआती दिनों में खरीदे गए शेयर को बेचकर अपनी झोली भरने में लगे हुए हैं। इन निवेशकों की बिकवाली के कारण शेयर बाजार भी एकतरफा तेजी से बचते हुए संतुलित चाल में आगे बढ़ता नजर आ रहा है।

प्रशांत धामी का ये भी मानना है कि शेयर बाजार ने पिछले कुछ दिनों के दौरान जो तेजी दिखाई है, उसके कारण आने वाले दिनों में बाजार में बड़ा करेक्शन होने की संभावना बन गई है। खासकर अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा नए ब्याज दरों का ऐलान करने के बाद माहौल अनुकूल बनने पर विदेशी निवेशक बाजार से अपना पैसा निकालने की कोशिश कर सकते हैं। उन परिस्थितियों में घरेलू संस्थागत निवेशक एक बार फिर बिकवाल की भूमिका छोड़ कर बाजार में लिवाल की भूमिका में आ सकते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/योगिता/सुनीत