आंध्र प्रदेश में पेट्रोल पर वैट और एलबीटी की मार

 




- आंध्र प्रदेश में पेट्रोल सबसे महंगा, राजस्थान दूसरे नंबर पर

नई दिल्ली, 23 मई (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में लगातार उतार-चढ़ाव होने के बावजूद भारत की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने लंबे समय से डीजल और पेट्रोल की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया है। इसके बावजूद देश के अलग-अलग राज्यों में लोकल बॉडी टैक्स (एलबीटी) और वैट की अलग अलग दर की वजह से पेट्रोल और डीजल की कीमत में बड़ा अंतर है। वैट और एलबीटी के कारण फिलहाल आंध्र प्रदेश में पेट्रोल सबसे अधिक कीमत पर बिक रहा है, जबकि राजस्थान दूसरे नंबर पर है।

ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के पेट्रोल और डीजल की कीमत में बदलाव नहीं करने के बावजूद देश के हर शहर में इनकी कीमत में मामूली फेरबदल होता रहता है। एक ही राज्य के अलग-अलग शहरों में भी पेट्रोल और डीजल की कीमत में अंतर होता है। उपभोक्ता को मिलने वाले पेट्रोल या डीजल की कीमत में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों द्वारा तय किए गए मूल्य के साथ ही राज्य सरकार द्वारा लगाए जाने वाले वैल्यू ऐडेड टैक्स (वैट) और डीलर कमीशन को भी जोड़ा जाता है। इसके साथ ही हर शहर में नगर निगम या नगर पालिका द्वारा लगाए जाने वाले टैक्स (एलबीटी) भी डीजल या पेट्रोल की कीमत में शामिल होते हैं।

नगर निगम या नगर पालिका द्वारा लगाए जाने वाले एलबीटी की दर में भी आमतौर पर मामूली अंतर होता है। इसके साथ ही हर शहर तक पेट्रोल और डीजल की ढुलाई का खर्च (ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट) भी अलग-अलग होती है। यही वजह है कि एक ही राज्य में वैट की दर समान होने के बावजूद अलग-अलग शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमत में मामूली अंतर पाया जाता है।

वैट की दर की वजह से ही फिलहाल देश में आंध्र प्रदेश पेट्रोल की कीमत के लिहाज से सबसे महंगा राज्य है। आंध्र प्रदेश में आज 111.72 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से पेट्रोल की बिक्री हो रही है। इसी तरह पेट्रोल की कीमत के मामले में राजस्थान 109.66 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से दूसरे नंबर पर है। अगर देश के सिर्फ 4 महानगरों की बात करें तो राजधानी दिल्ली में पेट्रोल सबसे कम कीमत पर यानी 96.72 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है। वहीं चारों महानगरों में आज मुंबई में पेट्रोल की कीमत सबसे अधिक 106.31 रुपये प्रति लीटर है।

हिन्दुस्थान समाचार/ योगिता/मुकुंद