सेमीकंडक्टर की कमी से मारुति का उत्पादन अब भी प्रभावित: सीएफओ

 


नई दिल्ली, 29 जनवरी (हि.स)। सेमीकंडक्टर की आपूर्ति की समस्या की वजह से मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) का उत्पादन प्रभावित हो रहा है। हालांकि, देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी एमएसआई अब इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की उपलब्ध आपूर्ति से अपने उत्पादन को बढ़ाने पर काम कर रही है। कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) अजय सेठ ने यह बात कही है।

मारुति के सीएफओ ने रविवार को जारी एक बयान में कहा कि कंपनी सेमीकंडक्टर की उपलब्ध आपूर्ति से अपना उत्पादन बढ़ाने पर काम कर रही है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की तुलना में 31 दिसंबर, 2022 को समाप्त तीसरी तिमाही में आपूर्ति की स्थिति में कुछ सुधार हुआ है, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की कमी के कारण अक्टूबर-दिसंबर के दौरान करीब 46 हजार इकाइयों का उत्पादन नहीं कर सकी है।

उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की आपूर्ति अभी दुरुस्त नहीं हुई है। सेठ ने कहा कि हमारी आपूर्ति श्रृंखला, इंजीनियरिंग, उत्पादन और बिक्री की टीमें उपलब्ध सेमीकंडक्टर से उत्पादन की मात्रा को बढ़ाने की दिशा में काम कर रही हैं। दरअसल मारुति के लंबित ऑर्डर की संख्या तीसरी तिमाही के अंत में बढ़कर लगभग 3.63 लाख इकाई पर पहुंच गई है। कंपनी के मानेसर और गुरुग्राम दोनों संयंत्रों में सालाना सामूहिक उत्पादन क्षमता 15 लाख इकाई की है। इसके अलावा मारुति की मूल कंपनी सुजुकी के गुजरात संयंत्र से कंपनी को 7.5 लाख इकाई का उत्पादन हासिल होता है।

उल्लेखनीय है कि मारुति ने तीसरी तिमाही में 4,65,911 वाहन बेचे हैं। इनमें 4,03,929 वाहन घरेलू बाजार में बेचे हैं, जबकि 61,982 इकाइयों का निर्यात किया। हालांकि, पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कंपनी की कुल बिक्री 4,30,668 इकाई रही थी। इनमें से 3,65,673 वाहन घरेलू बाजार में बेचे गए थे, जबकि 64,995 इकाइयों का निर्यात किया गया था।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर