राजस्थान से केन्या में होता है 512 करोड़ का निर्यात - राजीव अरोड़ा

 




जयपुर, 05 जुलाई (हि.स.)। भारत केन्या का छठां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार और केन्या का सबसे बड़ा निर्यातक है। भारत से केन्या में फार्मास्यूटिकल्स, स्टील, मशीनरी और ऑटोमोबाइल सेक्टर में निर्यात होता हैं, जबकि केन्या से भारत में मुख्य रूप से सोडा ऐश, सब्जियां और चाय जैसी प्राथमिक वस्तुएं निर्यात होती हैं।

यह बात राजस्थान सरकार द्वारा गठित राजस्थान एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (आरईपीसी) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रीज कारपोरेशन के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने नैरोबी, केन्या में आयोजित तीन दिवसीय इंडो ईस्ट अफ्रीका ट्रेड एक्सपो के उद्घाटन समारोह में कही। राजस्थान सरकार एवं फैडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री की ओर से नैरोबी में आयोजित इस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि केन्या गणराज्य के प्राइम कैबिनेट सेक्रेटरी (प्राइम मिनिस्टर) मुसालिया डब्ल्यू. मुदावादी थे।

राजीव अरोड़ा ने अपने उद्बोधन में आगे कहा कि राजस्थान से केन्या में नमक, सल्फर, अर्थ स्टोन, प्लास्टर, चूना और सीमेंट आदि निर्यात की संभावनाएं हैं। पूर्वी अफ्रीका के प्रवेश द्वार और व्यापार एवं वाणिज्य के क्षेत्रीय केंद्र के रूप में केन्या बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि केन्या अकेले राजस्थान से लगभग 512 करोड़ रुपये का सामान आयात करता है और यह दोनों देशों के बीच बढ़ते आर्थिक संबंधों को रेखांकित करता है। पूर्वी अफ्रीकी देशों में केन्या राजस्थान से आयात करने में प्रथम स्थान पर है। अन्य पूर्वी अफ्रीकी देश जैसे तंजानिया, युगांडा, रवांडा, मेडागास्कर, मोजाम्बिक और मॉरिशस भी राजस्थान से महत्वपूर्ण मात्रा में सामान और सेवाएं आयात कर रहे हैं।

इंडो-ईस्ट अफ्रीका ट्रेड एक्सपो को सफल बनाने में प्रवासी राजस्थानियों का भी पूर्ण सहयोग मिल रहा है।एक्सपो के तहत राजस्थान के उद्यमों द्वारा उत्पादित माल एवं सेवाओं का निर्यात अफ्रीका महाद्वीप में करने एवं राजस्थान के निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न बैठकें एवं वार्ताएं आयोजित की जा रही हैं।

राजस्थान फाउंडेशन के अध्यक्ष धीरज श्रीवास्तव द्वारा राजस्थान फाउंडेशन के माध्यम से निर्यात प्रोत्साहन में यह एक अनूठी पहल की जा रही है। राजस्थान सरकार द्वारा गठित राजस्थान एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (आरईपीसी) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रीज कारपोरेशन के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा द्वारा निर्यात प्रोत्साहन के लिए सभी संगठनों, संघों, परिषदों एवं लोगों को जोड़ते हुए निर्यात प्रोत्साहन की मुहिम प्रारंभ की गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विज़न को क्रियान्वित करने के लिए राज्य का पहला अंतराष्ट्रीय एक्सपो जोधपुर में हुआ और अब दूसरा एक्सपो नैरोबी, केन्या में हो रहा है।

एक्सपो में 175 इंडस्ट्रीज भाग ले रहीं हैं जिनमें मेडिकल, फार्मा, खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा एवं चमड़ा, ऑटोमोटिव, कृत्रिम आभूषण, सौंदर्य प्रसाधन, कृषि, शिक्षा (विश्वविद्यालय), मुद्रण एवं पैकेजिंग, निर्माण, सूचना प्रौद्योगिकी एवं सॉफ्टवेयर डवलपमेंट, जूते, एफएमसीजी एवं खाद्य पदार्थ, मशीनरी एवं उपकरण, हस्तशिल्प, जल, कपड़ा, मॉड्यूलर एवं प्राचीन फर्नीचर, सेनेटरी सामान एवं टाइलें, संगमरमर एवं ग्रेनाइट पत्थर की मूर्तियां सेक्टर के व्यवसायी शामिल हैं।

इससे पूर्व, एक्सपो की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में राजस्थानी एसोसिएशन ऑफ केन्या के अध्यक्ष सोनवीर सिंह ने टीम के पदाधिकारियों का परिचय कराया और उनके योगदान का उल्लेख किया। कार्यक्रम के दौरान राजीव अरोड़ा, रफ़ीक खान एवं धीरज श्रीवास्तव और राजस्थान सरकार के अधिकारीगण, डॉ. मनीषा अरोड़ा, पी.आर. शर्मा का स्वागत किया गया। इस अवसर पर राजस्थानी एसोसियेशन कंपाला, युगांडा की ओर से भानु प्रकाश, अमित जैन, दीपक दौराता, अनिल अमरनानी, राजेश सोमानी शामिल हुए।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनीता कौशल/ईश्वर