जी-20 एफएमसीबीजी की पहली बैठक 24-25 फरवरी को बेंगलुरु में होगी आयोजित

 


- बेंगलुरु में वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की पहली बैठक 22-25 फरवरी को

नई दिल्ली, 19 फरवरी (हि.स.)। भारत की जी-20 अध्यक्षता में जी-20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों (एफएमसीबीजी) की पहली बैठक 24-25 फरवरी को बेंगलुरु में आयोजित की जाएगी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर डॉ. शक्तिकांत दास संयुक्त रूप से इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। वित्त मंत्रालय ने रविवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी।

मंत्रालय के मुताबिक एफएमसीबीजी की पहली बैठक 24 से 25 फरवरी तक कर्नाटक के बेंगलुरु में आयोजित की जाएगी। इस बैठक से पहले जी-20 एफएमसीबीजी की बैठक 22 फरवरी जी-20 के वित्त और केंद्रीय बैंक के प्रतिनिधियों (एफसीबीडी) की बैठक होगी, जिसकी सह-अध्यक्षता वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव अजय सेठ और आरबीआई के डिप्टी गवर्नर डॉ. माइकल डी पात्रा करेंगे। जी-20 एफसीबीडी की बैठक का उद्घाटन केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा कार्य और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर करेंगे।

भारत की अध्यक्षता में जी-20 एफएमसीबीजी की पहली बैठक में जी-20 सदस्यों के वित्त मंत्रियों, केंद्रीय बैंक के गवर्नरों एवं आमंत्रित सदस्यों सहित अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों सहित लगभग 72 से अधिक प्रतिनिधिमंडल बैठक में भाग लेंगे। जी-20 एफएमसीबीजी की बैठक में चर्चा का उद्देश्य वर्ष 2023 में जी-20 वित्तीय ट्रैक के विभिन्न कार्य प्रवाहों के लिए स्पष्ट दृष्टिकोण प्रदान करना है।

इन बैठकों के साथ-साथ डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, क्रिप्टो आस्तियों पर नीति परिप्रेक्ष्य और सीमा पार भुगतान में राष्ट्रीय भुगतान प्रणालियों की भूमिका जैसी विषयों पर मंत्रियों, गवर्नरों, प्रतिनिधियों और अन्य प्रतिनिधि मंडल के लिए कई कार्यक्रम की योजनाएं तैयार की गई है।

जी-20 वित्त मंत्रियों, केंद्रीय बैंक के गवर्नरों और उनके प्रतिनिधि मंडलों के लिए रात्रि भोज पर संवाद और विशेष रूप से सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा, जो भारत के विविध व्यंजनों व संस्कृति को दर्शाएंगे।

इसके अलावा बैठक में “वॉक द टॉक-पॉलिसी इन एक्शन” शीर्षक से एक विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें मंत्री और गवर्नर भारतीय विज्ञान संस्थान का दौरा करेंगे। वहीं, 26 फरवरी को जी-20 प्रतिनिधियों के लिए कर्नाटक के प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठाने का अवसर प्रदान करने के लिए भ्रमण का विकल्प उपलब्ध कराया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर