वाराणसी में मराठी यात्रियों का स्वागत कर भाषाई विद्वेष का अनोखा विरोध, बोले, चुनाव की राजनीति के लिए ऐसा कर रहे महाराष्ट्र के नेता
वाराणसी। महाराष्ट्र में हाल ही में भाषाई मुद्दों को लेकर फैले विद्वेष और हिंदी भाषियों के प्रति फैलाए जा रहे नकारात्मक माहौल के बीच वाराणसी से एक अनूठा और सकारात्मक संदेश सामने आया। यहां कैंट रेलवे स्टेशन पर महाराष्ट्र से आने वाले मराठी भाषी यात्रियों का भव्य स्वागत कर एकता, सद्भाव और सनातन परंपरा का परिचय दिया गया।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) काशी क्षेत्र के पिछड़ा मोर्चा के उपाध्यक्ष अनूप जायसवाल के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने कैंट स्टेशन पर मराठी यात्रियों का पारंपरिक ढंग से स्वागत किया। यात्रियों पर पुष्पवर्षा की गई, आरती उतारी गई और उन्हें सम्मानपूर्वक तिलक किया गया। इस दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज की तस्वीर को लेकर कार्यकर्ता स्वागत के लिए पहुंचे, जिससे यह संदेश दिया गया कि शिवाजी की हिंदवी स्वराज की संकल्पना आज भी देश के कोने-कोने में जीवंत है।

अनूप जायसवाल ने कहा कि महाराष्ट्र में कुछ राजनीतिक दल अपने स्वार्थ के लिए भाषा के नाम पर समाज में दरार डालने की कोशिश कर रहे हैं। हिंदी भाषियों को नीचा दिखाने का प्रयास किया जा रहा है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वाराणसी की यह पहल एकता और भाईचारे का प्रतीक है, जहां मराठी समुदाय का सम्मान और स्वागत यह दर्शाता है कि भारत में भाषा नहीं, भावनाएं जोड़ती हैं।
इस आयोजन के माध्यम से यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि भाषा के आधार पर किसी भी प्रकार का विभाजन स्वीकार्य नहीं है। देश की अखंडता, सांस्कृतिक एकता और समरसता को बनाए रखना ही हर नागरिक का कर्तव्य है। वाराणसी से यह पहल एक उदाहरण बन सकती है कि सामाजिक सद्भाव का जवाब सद्भाव से ही दिया जाना चाहिए।

