वाराणसी : इंटरलॉकिंग कार्य रोकने पर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, कार्रवाई की मांग
वाराणसी। चिरईगांव ब्लाक के ग्राम पंचायत शंकरपुर की राजभर बस्ती के निवासियों ने सरकारी चकरोड पर चल रहे इंटरलॉकिंग कार्य को रोके जाने के खिलाफ शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया। ग्राम पंचायत की ओर से मनरेगा योजना के तहत सड़क की मरम्मत का काम किया जा रहा था, इसे कुछ दबंग काश्तकारों ने बाधित कर दिया। घटना से नाराज ग्रामीणों ने काम रुकवाने वालों पर कार्रवाई की मांग की।
ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग पर पहले मिट्टी डाली गई थी, लेकिन समय के साथ यह सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई थी, जिससे आवागमन में भारी दिक्कतें हो रही थीं। ग्राम पंचायत ने स्थिति को सुधारने के लिए इंटरलॉकिंग का काम शुरू किया था, लेकिन कुछ स्थानीय दबंगों ने इसका विरोध करते हुए काम रोक दिया। प्रदर्शनकारियों में ऊषा देवी, राकेश, लालमनी, और राधेश्याम जैसे ग्रामीण शामिल थे, जिन्होंने बताया कि इस मामले की शिकायत उन्होंने पहले ही जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) और एसडीएम सदर से की थी, लेकिन कोई कार्रवाई न होने के कारण, उन्होंने धरना प्रदर्शन का रास्ता अपनाया।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को थाने बुलाकर मामले की जानकारी ली। पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए आश्वासन दिया कि रविवार को राजस्व विभाग की उपस्थिति में इस विवाद का समाधान किया जाएगा। राजस्व निरीक्षक ने बताया कि नायब तहसीलदार सुलेखा वर्मा, राजस्व कर्मियों, और पुलिस की मौजूदगी में समस्या का हल निकाला जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि यह सड़क उनके लिए एकमात्र आवागमन का रास्ता है। इसका सुधार उनके जीवन को सरल बनाने के लिए आवश्यक है। उन्होंने दबंगों द्वारा काम रोके जाने को अन्याय करार देते हुए जिला प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस विवाद ने क्षेत्र में तनाव पैदा कर दिया है। ग्रामीण अब प्रशासन से त्वरित समाधान की उम्मीद कर रहे हैं ताकि उनकी आवागमन की समस्या का स्थायी हल निकल सके।
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