वाराणसी : हिंदी जनता की भाषा, प्रशासनिक कार्यों में हिंदी का करें प्रयोग, बरेका महाप्रबंधक ने कर्मियों से की अपील
वाराणसी। बरेका राजभाषा विभाग के तत्वावधान में बुधवार को राजभाषा कार्यान्वयन समिति (बराकास) की तिमाही बैठक आयोजित की गई। इसमें हिंदी के महत्व पर चर्चा की गई। वहीं मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे महाप्रबंधक सुनील कुमार श्रीवास्तव ने प्रशासनिक कार्यों में हिंदी का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि हिंदी जनता की भाषा है, इसलिए सभी अधिकारियों को प्रशासनिक कार्य हिंदी में करने चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदी में काम करने से सरकार की योजनाओं का लाभ आम जनता तक प्रभावी रूप से पहुंचेगा, जिससे देश को आत्मनिर्भर बनाने में हिंदी की महत्वपूर्ण भूमिका सुनिश्चित होगी। उन्होंने अधिकारियों से वेबसाइट पर सामग्री हिंदी में अपलोड करने और तकनीकी लेखन भी मूल रूप से हिंदी में करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि 100 प्रतिशत कार्य हिंदी में किए जाएं, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके।
बैठक के दौरान महाप्रबंधक ने ई-पत्रिका "बरेका दर्पण" का विमोचन भी किया, जिसमें प्रकाशित रचनाओं की सराहना की गई। पत्रिका को बरेका की गतिविधियों, प्रगति और हिंदी में हो रहे कार्यों का महत्वपूर्ण दस्तावेज माना गया। इस अवसर पर प्रमुख विभागाध्यक्षों और अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों में हिंदी के प्रयोग और प्रगति पर विस्तृत चर्चा की और अपने विचार प्रस्तुत किए।
बैठक में प्रमुख रूप से उपस्थित अधिकारियों में श्री सुब्रत नाथ (प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर), श्री रजनीश गुप्ता (प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक), श्री नीरज वर्मा (प्रधान वित्त सलाहकार), डॉ. देवेश कुमार (प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी), और श्री विनोद कुमार शुक्ला (प्रमुख मुख्य इंजीनियर) शामिल थे। संचालन और धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ अनुवादक विनोद कुमार श्रीवास्तव ने किया। वहीं मुख्य राजभाषा अधिकारी प्रवीण कुमार ने अधिकारियों का स्वागत किया।
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