यूपी हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में वाराणसी लगातार छठी बार पहले स्थान पर
वाराणसी। उत्तर प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में एक बार फिर से वाराणसी ने 80 फीसदी स्कोर हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में जनपद लगातार छठी बार पहले स्थान पर आया है। इस उपलब्धि के लिए जिलाधिकारी एस. राजलिंगम एवं मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने स्वास्थ्य विभाग की प्रशंसा की और भविष्य में गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि हाल ही में प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड (सितंबर) में सभी जनपदों की रैंकिंग प्रदर्शित की गई है, जिसमें वाराणसी पहले स्थान पर है। जिलाधिकारी के द्वारा दिये जा रहे दिशा निर्देशों के अनुरूप कार्य करने से वाराणसी ने लगातार छठी बार प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जनपद में दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का पर्यवेक्षण मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा किया जा रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप इस वित्तीय वर्ष में वाराणसी की अभी तक की उपलब्धि 79 प्रतिशत जबकि सितंबर माह की उपलब्धि 84 प्रतिशत है।
प्रदेश की सितंबर माह की उपलब्धि 66 प्रतिशत और वित्तीय वर्ष की 58 फीसदी है। इस तरह से देखा जाए तो वाराणसी की स्थिति प्रदेश की उपलब्धि से काफी बेहतर है। उन्होंने बताया कि मंथली डैशबोर्ड के अनुसार संस्थागत प्रसव में 99.64 प्रतिशत, गर्भावस्था में प्रसव पूर्व जांच (हीमोग्लोबिन) में 100 फीसदी, गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल में 100 प्रतिशत, बच्चों के सम्पूर्ण टीकाकरण में 100 प्रतिशत, टीबी नोटिफिकेशन में 100 प्रतिशत, गर्भावस्था के दौरान एचआईवी की जांच में 100 प्रतिशत, आशा कार्यकर्ताओं के भुगतान समेत परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों (अंतरा, छाया, कॉपर-टी, पीपीआईयूसीडी व आईयूसीडी), सीएचसी पर प्रसव के सापेक्ष सिजेरियन प्रसव समेत 16 संकेतकों पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए वाराणसी को पहला स्थान मिला है। इस उपलब्धि पर सीएमओ ने जिले की समस्त नगरीय व ग्रामीण स्तरीय प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (पीएचसी-सीएचसी) व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के स्वास्थ्यकर्मियों को बधाई दी है और सेवाओं की गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
सीएमओ ने कहा - जनपद के सभी राजकीय चिकित्सालयों, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों उपकेन्द्रों, आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यक्रम की गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय व स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इसके लिए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ. एचसी मौर्य और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) संतोष कुमार सिंह के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण में टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। संकेतकों में सुधार के लिए आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम की अहम भूमिका है। आशा कार्यकर्ता समुदाय से लाभार्थियों को प्रेरित कर चिकित्सा इकाइयों तक लाती हैं। वाराणसी की यह रैंकिंग अंग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं का सम्मान है। उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों से कहा- मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, नवजात स्वास्थ्य और पोषण संबंधित गतिविधियों की गुणवत्ता बरकरार रखी जाए। समुदाय के अंतिम व्यक्ति तक चिकित्सकीय व स्वास्थ्य का लाभ पहुंचाने के लिए विभाग निरंतर प्रयास कर रहा है। यही सरकार व विभाग का लक्ष्य है।
सीएमओ ने कहा कि वाराणसी की यही उपलब्धि लगातार बनी रहे। इसके लिए समस्त कार्यक्रम नोडल अधिकारियों, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धक, ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक, डाटा ऑपरेटर, एएनएम व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देशित किया गया है कि वह नियमित ब्लॉक के साथ ही वीएचएसएनडी, टीकाकरण सत्रों, अंतराल व खुशहाल परिवार दिवस आदि पर विजिट करें। वहाँ प्रदान की जा रही सुविधाओं के बारे में लोगों की प्रतिक्रिया लें और इसमें उचित कार्रवाई कर सुधार करना सुनिश्चित करें। साथ ही समय से सभी इंडीकेटर्स का शत-प्रतिशत डाटा सुनिश्चित करें।
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