वाराणसी: बाढ़ के बाद अस्सी घाट पर सिल्ट का अंबार, स्थानीय पंडा-पुरोहितों ने शुरू किया सफाई कार्य
वाराणसी। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्सी घाट पर फावड़ा चलाकर स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी, जिससे घाट की सफाई कर उसे चमकदार बना दिया गया था। परंतु 10 साल बाद, गंगा में आई बाढ़ के कारण फिर से अस्सी घाट समेत अन्य घाटों पर मोटी सिल्ट जमा हो गई है। यह सिल्ट घाटों की सुंदरता और त्योहारों के आयोजन के लिए एक बड़ी बाधा बन रही है, क्योंकि यहां हर साल लाखों श्रद्धालु इकट्ठा होते हैं।
हालांकि नगर निगम ने अभी तक सफाई अभियान शुरू नहीं किया है, लेकिन स्थानीय पंडा-पुरोहितों और नाविकों ने अपनी ओर से प्रयास शुरू कर दिए हैं। अस्सी घाट पर पंप लगाकर सिल्ट हटाने का काम शुरू हो चुका है। बाढ़ के बाद जमा सिल्ट के कारण राहगीरों को घाटों पर चलने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, और नावों तक पहुंचने के लिए पर्यटकों को असुविधा हो रही है। नाविकों ने अस्थायी व्यवस्था के तहत पटरे और छोटी नावें लगाई हैं, ताकि लोग नावों तक पहुंच सकें।
स्थानीय लोगों का मानना है कि 2-4 पंपों से घाट की सफाई पूरी तरह संभव नहीं है। नगर निगम की उदासीनता के कारण घाटों की स्थिति जस की तस बनी हुई है, जिससे स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं में गहरी नाराजगी है।
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