वाराणसी : अखिल भारतीय विद्वत अलंकरण समारोह में शंकराचार्य व विद्वतजन सम्मानित, कृतियों के लिए हुए पुरस्कृत
वाराणसी। अखिल भारतीय विद्वत् परिषद् के विद्वद् अलंकरण समारोह का आयोजन नरिया स्थित चौधरी रामनाथ शोध संस्थान में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ वैदिक मंगलाचरण और मंचस्थ अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस दौरान विद्वतजनों को सम्मानित किया गया। वहीं उनकी कृतियों के लिए उन्हें पुरस्कृत किया गया।
विद्वत अलंकरण समारोह में स्वागत भाषण प्रो. रामपूजन पाण्डेय ने दिया। मंचस्थ सम्मानितजनों का पुष्पमाला से सम्मान संस्था के उपाध्यक्ष प्रो. टीपी चतुर्वेदी एवं संयुक्त सचिव डॉ. धवल उपाध्याय ने किया। सम्मान समारोह के आरम्भ में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी हेमानन्दगिरि जी महाराज, शंकराचार्य नेपाल राष्ट्र का अग्रपूजन आचार्य कामेश्वर उपाध्याय (महासचिव, अखिल भारतीय विद्वत् परिषद्) ने किया।
मंचस्थ विभूतियों का सम्मान अध्यक्ष एवं महासचिव की ओर से किया गया। मुख्य अतिथि को यतिचन्द्रचूडामणि उपाधि से विभूषित किया गया तथा आचार्य अजेन्द्र प्रसाद महाराज को तपोधनभास्कर सम्मान से सम्मानित किया गया। शॉल, स्फटिक एवं रुद्राक्ष की माला तथा रजत पदक से सम्मानित किया गया। इसी क्रम में डॉ. अजय सिंह, अध्यक्ष, वर्ल्ड हिन्दू फेडरेशन का सम्मान किया गया। 2023 में देश की दो विभूतियां पद्मभूषण प्रो. देवी प्रसाद द्विवेदी (वाराणसी) तथा आचार्य राजेश्वर शास्त्री मुसलगांवकर (उज्जैन) को महामहोपाध्याय की उपाधि प्रदान की गयी।
देश की बारह विभूतियों को अतिविशिष्ट सम्मान से सम्मान से सम्मानित किया गया। इनमें प्रो. नागेन्द्र पाण्डेय (वाराणसी) को बाणभट्ट पुरस्कार, प्रो. अमल धारी सिंह (वाराणसी) को सप्तर्षिपुरस्कार, पद्मश्री डॉ. नाहीद आबिदी (वाराणसी) को अरुन्धती पुरस्कार, प्रो. केशव राम शर्मा (शिमला) को विद्यावाचस्पति, प्रो. एस. एन. संखवार (वाराणसी) एवं प्रो. जगजीत कुमार पाण्डेय (पटन 1) दोनों को धन्वन्तरि पुरस्कार, प्रो. परमानन्द भारद्वाज (दिल्ली) को ज्योतिषमार्तण्ड, श्रीमती जय लक्ष्मी (मैसूर) तथा श्यामला के (केरल) दोनों को साहित्यसरस्वती, डॉ. सविता कुमारी (देवास, मध्यप्रदेश) को कृषिरत्न, प्रो. उमा पाण्डेय (वाराणसी) को चिकित्सारत्न, बनवारी लाल वर्मा (दिल्ली) को संगणकविज्ञान विशारद शामिल हैं।
प्रो. वेदव्यास जयप्रकाश नारायण द्विवेदी (गुजरात), आचार्य शैलेन्द्र पाराशर (उज्जैन), प्रो. देवेन्द्र प्रसाद मिश्र (दिल्ली), प्रो. अमित कुमार शुक्ल (वाराणसी), प्रो. माण्डवी शरण त्रिपाठी (शहडोल, मध्यप्रदेश), प्रो. मुकुट मणि त्रिपाठी (वाराणसी), डॉ. निरंजन कुमार साहु (अजमेर), दिनेश शर्मा (गोवाहाटी), डॉ. अपर्णा पाण्डेय (वाराणसी), प्रो. विद्या चन्द्रा (वाराणसी), प्रो. रश्मि कुमार (लखनऊ), प्रो. जितेन्द्र कुमार (वाराणसी), डॉ. गौतम दास गुप्ता (वाराणसी), डॉ. श्रीभाष्यम् पाण्डेय (वाराणसी), डॉ. अनिल कुमार (दिल्ली), अभिजीत सिंह (मुजफ्फरपुर, बिहार) को अतिविशिष्ट विद्वद्भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया।
डॉ. उपेन्द्र विनायक सहस्रबुद्धे (वाराणसी), प्रो. शीतला प्रसाद उपाध्याय (वाराणसी), डां. संजय त्रिपाठी (वाराणसी), डॉ. शरच्चन्द्र द्विवेदी (वाराणसी), क्षमा द्विवेदी (वाराणसी) को उनकी कृतियों पर पुरस्कार दिया गया। शॉल, स्फटिक एवं रुद्राक्ष की माला तथा रजत पदक से सम्मानित किया गया। इस वर्ष युव प्रतिभा सम्मान नवतीत कुमार दुबे (प्रोजेक्ट मैनेजर विक्ट्री बायोटेक्नोलॉजी क.लि.) ताइवान को तथा डॉ. पूनम सिंह खरवार (वरिष्ठ सहायकाचार्य, शिक्षाशास्त्री विभाग, काहिविवि) वाराणसी को प्रदान किया गया।
मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथि के उद्बोधन एवं अध्यक्षीय भाषण के पश्चात् कार्यक्रम का समापन किया गया। प्रो. टीपी चतुर्वेदी ने कार्यक्रम में आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। सभा की अध्यक्षता प्रो. जयशंकर लाल त्रिपाठी (अध्यक्ष, अखिल भारतीय विद्वत् परिषद् ) और संचालन अपराजिता सिंह ने किया।
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