वाराणसी : गोष्ठी में ह्यूमन ट्रैफिकिंग व महिला अपराधों पर चर्चा, बाल मजदूरी व बाल विवाह पर रोक लगाने की बनी रणनीति
वाराणसी। अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध ममता रानी (ADCP Mamta rani) की अध्यक्षता में पुलिस लाइन (Varanasi commissionerate police) गेस्ट हाउस सभागार में गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग (Human traffiking) और महिला व बाल अपराधों को लेकर चर्चा हुई। इसमें महिला और बाल अपराधों पर रोक लगाने की रणनीति तैयार की गई।
गोष्ठी में बाल कल्याण अधिकारी/विवेचकों को पूर्व में आयोजित गोष्ठी में दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुपालन पर चर्चा की गयी। विवेचकों के समक्ष आ रही समस्याओं, पीड़िता के आवासन, पाक्सो एक्ट के अभियोगों में आरोप पत्र प्रेषित करने का समय व दिशा-निर्देश (गाईड लाईन/टाईम-लाईन) का अनुपालन, बाल विवाह, बाल श्रम, भिक्षावृत्ति रोकथाम आदि की रणनीति तैयार की गई। कमिश्नरेट वाराणसी में गुमशुदा बच्चों के पंजीकृत व लम्बित मामलों व पाक्सो एक्ट के अंतर्गत पंजीकृत अभियोगों पर विस्तार से चर्चा की गई। जेजे एक्ट से सम्बन्धित आदेश-निर्देश के प्रति जागरूकता हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में बाल श्रम उन्मूलन व बाल विवाह रोकथाम के दृष्टिगत रणनीति बनी। इसमें समस्त थानों की (mission shakti) मिशन शक्ति/एण्टी रोमियो टीमों/महिला बीट आरक्षियों व बाल कल्याण अधिकारियों को (Anti romio team) और अधिक सक्रिय होकर आगामी 10 मई को अक्षय तृतीया (Akshay tritiya) के दृष्टिगत सम्भावित बाल विवाह की रोकथाम हेतु विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया। अभियान के अंतर्गत सभी सम्बन्धित विभागों के आपसी परस्पर सहयोग व समन्वय स्थापित करने तथा सयुंक्त कार्ययोजना के तहत अभियान सम्बन्धी कार्रवाई को प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
मीटिंग में बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष स्नेहा पांडेय, जिला बाल संरक्षण इकाई की निरूपमा सिंह, थाना एएचटी व एसजेपीयू प्रभारी/कर्मचारीगण, समस्त थानों के बाल कल्याण अधिकारी तथा NGO's आदि की उपस्थिति में थाना एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट व विशेष किशोर पुलिस इकाई से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
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