वाराणसी : सावित्री बाई फुले स्मृति दिवस महिला मजदूर अधिकार सम्मेलन, आधी आबादी ने मांगा बराबरी का हक
वाराणसी। क्रांति ज्योति सावित्री बाई फुले के स्मृति दिवस पर रविवार को मनरेगा मजदूर यूनियन व किशोरी युवा मंच की ओर से महिला मजदूर अधिकार सम्मेलन का आयोजन गौर के मधुकर शाहपुर में स्थित सरकारी दवाखाना के पास किया गया। सम्मेलन में संगठन से जुड़ी 25 गांवों की हजारों महिलाओं ने भाग लिया। इस दौरान आधी आबादी के लिए बराबरी का हक मांगा।
वक्ताओं ने कहा कि महिलाओं को समाज मे बराबरी का हक मिले,मनरेगा अंतर्गत साल में दो सौ दिनों का काम मिले,एक दिन की मजदूरी 800 रुपये मिले,सभी का स्वास्थ्य कार्ड बने,राशन कार्ड पर प्रतिमाह 15 किलोराशन के साथ खाद्य तेल, गैस सिलेंडर और सुखी सब्जी मिले, सभी बुजुर्ग महिला मजदूरों को पेंशन की मांग की। सम्मेलन में वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अरविन्द मूर्ति ने कहा कि महिलाओं की श्रम का ही नतीजा है कि हमलोग यहां इतनी बड़ी संख्या में एकत्रित होकर अपनी बात कह रहे हैं। हम बिना बराबरी का हक लिए रुकने वाले नहीं हैं। महिलाएं आज पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर साथ चल रही हैं।
सम्मेलन में मनरेगा मजदूर यूनियन के संयोजक सुरेश राठौर ने कहा कि महिलाओं को कभी दुर्गा,कभी काली के नाम पर पूजा जाता है,पर समाज में इनके साथ शोषण भी किया जाता है। इसके लिए महिलाओं को ही आगे आना होगा और अपने हक के लिए अपनी आवाज़ को बुलंद करना होगा। हमे वोट की चोट करनी पड़ेगी तभी हमे हमारा हक अधिकार मिलेगा। सम्मेलन को सामाजिक कार्यकर्ता जागृति राही ने कहा कि अब महिलाएं पीछे नहीं हैं। महिलाओं को आबादी के अनुसार बराबरी का हक देना ही होगा। सम्मेलन में सुरेश राठौर, पूजा, मुस्तफा, सरोज, प्रतिभा, राजकुमार गुप्ता, प्रिया, शीला, रीता, मंगरा, आशा, साधना, सुदामा, मीरा, सपना, पूजा देवी, संगीता, नगीना, सुशीला आदि रहे। सम्मेलन का संचालन मनरेगा मजदूर यूनियन की रेनू पटेल और धन्यवाद ज्ञापन किशोरी युवा मंच की सपना ने किया।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।