वाराणसी: अपनों से बिछड़े बुजुर्ग धर्मपाल को पुलिस ने मिलवाया, अस्सी घाट पर भतीजे से मिल छलक आए आंसू, पठानकोट से आए थे काशी

परिजनों ने उन्हें मंदिर परिसर, घाटों और रेलवे स्टेशन तक हर जगह ढूंढा, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इस बीच धर्मपाल अलग-अलग घाटों से होते हुए अस्सी घाट पहुंच गए। भतीजे राकेश ने पुलिस की मदद ली और जगह-जगह गुमशुदगी की सूचना प्रसारित करवाई, जिसके बाद वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस सक्रिय हो गई।
जल पुलिस ने अस्सी घाट पर पहचाना
गुमशुदगी की सूचना मिलते ही अस्सी घाट की जल पुलिस चौकी भी सतर्क हो गई। कुछ देर बाद पुलिसकर्मियों ने धर्मपाल को पहचान लिया और उन्हें चौकी पर बैठाया। इसके बाद भतीजे राकेश शर्मा को सूचना दी गई, जो तुरंत वहां पहुंचे।
मिलते ही छलक पड़े आंसू
सुबह 6 बजे बिछड़े धर्मपाल दोपहर 1:30 बजे अपने भतीजे से मिल सके। अपनों को देखते ही उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। भतीजे राकेश शर्मा ने पुलिस का आभार जताया और ताऊ को लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए। इस पूरी प्रक्रिया में आरक्षी अजय प्रजापति, सुशील यादव, सरिता और सरिता सरोज का विशेष सहयोग रहा, जिनकी तत्परता से बुजुर्ग को सही-सलामत उनके परिजनों से मिलवाया जा सका।