ATM मशीन में सहयोग करने के बहाने करते थे ठगी, वाराणसी पुलिस ने बुलंदशहर के पांच शातिर ठगों को किया गिरफ्तार

varanasi crime
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वाराणसी। एसओजी व कमिश्नरेट के कैंट थाने की पुलिस ने संयुक्त कार्यवाही में एटीएम० कार्ड बदलकर एटीएम मशीन से धोखाधडी कर पैसा निकालने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के 5 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से 66 अलग-अलग बैंकों के एटीएम डेविट कार्ड व अलग अलग घटना से प्राप्त कुल रूपये मे से खर्च के बाद बचे शेष 11000 रूपये व घटना मे प्रयुक्त 5 मोबाईल फोन और एक कार बरामद किया है। 

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गिरफ्तार अभियुक्त  जोगिन्दर सिंह, सलमान खान, विजय कुमार, हर्ष चौहान व दुष्यन्त चौधरी बुलंदशहर के रहने वाले हैं। पुलिस ने इन सभी को सनबीम वरुणा पुल के पास से शुक्रवार को गिरफ्तार किया। पुलिस इन पाँचों के खिलाफ संबंधित धाराओं में कार्यवाही कर रही है। 

अपराध करने का तरीका

पुलिस की पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वह सभी लोग दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, हरियाणा आदि के राज्यों के विभिन्न शहरोंरो में इसी सियाज कार से विभिन्न विभिन्न बैंको के एटीएम मशीनो पर सभी एक साथ मिलकर दो व्यक्ति एटीएम के बाहर खड़े रहते थे दो व्यक्ति एटीएम के अन्दर समयानुसार अगर कोई व्यक्ति एटीएम के बारे कम जानकारी है, उसे अपना निशाना बनाते थे। 

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मौका देखकर सहयोग के बहाने एटीएम कार्ड बदल लेते थे। जब वह व्यक्ति पिन टाईप करता है, उसे अंदर मौजूद दो व्यक्ति देखकर याद कर लेते है तथा उक्त व्यक्ति का जिस बैंक का एटीएम कार्ड होता था, सभी लोग उक्त बैंक का एटीएम कार्ड बदल कर उस व्यक्ति को दे देते थे। जिससे कि उस व्यक्ति को लगे कि यह उसी का एटीएम कार्ड है। जिसके बाद हम सभी लोग दूसरे एटीएम मे जाकर पैसा निकाल कर आपस में बंटवारा कर लेते हैं। 

सहयोग के नाम पर ठगी

बताया कि जब हम सभी लोग एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी नहीं कर पाते हैं, तो हम सभी लोग किसी ग्राहक के पैसे निकालने से पहले हम लोगो में से कोई न कोई उसके आगे खडा रहता है। बातो में उलझाकर एटीएम मशीन में कार्ड लगाने वाले स्थान पर फेवीक्विक लगा देते हैं। जब कोई ग्राहक एटीएम मशीन में अपना कार्ड लगाता है और सारी प्रक्रिया पूरी करता है तो हम लोगो के पीछे खड़े साथी द्वारा पिन देख लिया जाता है। 

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मशीन में फेविक्विक लगाकर फंसा देते थे एटीएम

उसके बाद आगे वाले व्यक्ति को परेशान करने की नियत से कि हमें भी पैसा निकालना है जल्दी करो। इसी प्रकार की बातों में उलझाकर जल्दी एटीएम कार्ड निकालने की बात बोली जाती है, जिससे वह ग्राहक एटीएम कार्ड निकालने का प्रयास करता है। किन्तु फेवीक्वीक लगा होने के कारण एटीएम कार्ड नही निकलता है, तो हम लोग गार्ड को बुलाने के लिए उस व्यक्ति को एटीएम से बाहर भेज देते हैं। तभी हम लोगो का एक साथी उस एटीएम मशीन में फसे एटीएम कार्ड को निकालने के लिए प्रीमियम ह्वाईट ग्लू लगा देते हैं, जिससे फेवीक्विक का असर खतम हो जाता है और एटीएम आसानी से बाहर आ जाता है। 

बताया कि इसके बाद हम लोग उस एटीएम कार्ड को लेकर तुरन्त हट बढकर किसी दूसरे एटीएम मशीन से उक्त एटीएम कार्ड का प्रयोग कर पैसा निकाल लेते हैं। पकड़े गए सभी आरोपी 3 वर्षों से अलग अलग राज्यों में उक्त एटीएम कार्डो की धोखाधडी करते हुए अपना एशो आराम की जिन्दगी जीते हुए जीवन यापन कर रहे थे। इसी बीच सभी आरोपी धोखाधड़ी करने की नियत से सियाज कार से बनारस आये थे कि पुलिस ने पकड़ लिया। 

बताया कि अभी तक घटना में सभी लोगो ने जो पैसा धोखाधडी करके चुराया था उसका बराबर- बराबर हिस्सा सभी को मिला था, उसमें से हम लोग ऐशो आराम की जिन्दगी जीने तथा खाने पीने में खर्च करने के बाद जो बचा हुआ है, यही शेष बचा है।

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