वाराणसी : छत्रपति शिवाजी व सदाशिव गोलवरकर की जयंती मनाई, व्यक्तित्व व कृतित्व को किया याद
वाराणसी। मां फाउंडेशन संस्था की ओर से बांसफाटक स्थित होटल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान छत्रपति शिवाजी व आरएसएस के दूसरे सर संघचालक सदाशिव गोलवरकर की जयंती मनाई। इस दौरान दोनों महापुरुषों के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। साथ ही व्यक्तित्व व कृतित्व की चर्चा की।
मुख्य अतिथि सोहनलाल ने कहा कि आज का दिन बहुत की गौरवशाली दिन है। छत्रपति शिवाजी और सदाशिव गोलवरकर की जयंती है। शिवाजी महाराज ने जीवनपर्यंत मुगलों के साथ संघर्ष किया और हिंदवी स्वराज की नींव रखी। हिंदवी स्वराज की परिकल्पना साकार होती चली आ रही है। उनके कारण समाज गौरवान्वित होकर चल रहा है। गो हत्या को रोकने, हिंदू धर्म स्थलों को बचाने की बात हो तो छत्रपति शिवाजी याद आते हैं। उनकी कूटनीति, रणनीति व गुरिल्ला युद्ध की नीति की बदौलत ही हिंदू समाज संरक्षित है और अपने शिखर पर पहुंचा है। उन्होंने सदाशिव गोलवरकर के व्यक्तित्व के बारे में विस्तार से चर्चा की।
सुमित मुखर्जी ने कहा कि सदाशिव गोलवरकर ने कहा था कि संघ कार्य ईश्वरीय कार्य है। ऐसी मान्यता है कि उन्होंने मां काली के साक्षात दर्शन किए थे। पूर्व पार्षद मनोज सिंह और शालिनी गोस्वामी ने अपने विचार रखे। कहा कि दोनों महापुरुषों का जीवन काफी प्रेरणादायी रहा है।
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