वाराणसी : विश्व पर्यावरण दिवस पर मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम को लेकर मंथन, गोष्ठी में चिकित्सकों ने रखे विचार
वाराणसी। सीएमओ कार्यालय स्थित जिला मलेरिया इकाई में बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस दौरान जागरुकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें मच्छरजनित बीमारियों से रोकथाम को लेकर मंथन हुआ। गोष्ठी में चिकित्सकों ने विचार रखे। सीएमओ डॉ संदीप चौधरी के निर्देशन एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल अधिकारी डॉ एसएस कनौजिया की उपस्थिती में स्वास्थ्य कर्मियों संग गोष्ठी का आयोजन किया गया।
इसमें 'भूमि पुनर्स्थापन, मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने की क्षमता' विषय पर चर्चा हुई। साथ ही पर्यावरण और इसके घटक वेक्टर जनित रोगों के संचरण में महत्वपूर्ण कारक माने जाने को लेकर चर्चा की गई। नोडल अधिकारी डॉ एसएस कनौजिया ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, वनों की कटाई, कृत्रिम खेती और भूमि उपयोग में परिवर्तन, सिंचाई, जनसंख्या आंदोलन और तेजी से अनियोजित शहरीकरण सहित कई कारकों के कारण पर्यावरण लगातार बदल रहा है, जो मच्छर जनित रोगों की तीव्रता और प्रसार को बढ़ाने वाले प्रमुख कारक हैं।
उन्होंने कहा कि आगामी मौसम को देखते हुए मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए जनमानस को जागरुक होने की आवश्यकता है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और जिला मलेरिया इकाई ने तैयारी तेज कर दी है। इस कार्य में फ्रंट लाइन वर्कर जैसे सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), एएनएम, आशा कार्यकर्ता व अन्य स्वास्थ्यकर्मी प्रचार-प्रसार पर ज्यादा ज़ोर दें। विभिन्न सूचनात्मक, शिक्षा व संचार (आईईसी) सामग्रियों के माध्यम से जनमानस को जागरूक करें। आशा कार्यकर्ता लोगों को ‘क्या करें और क्या न करें’ के बारे में जानकारी दें। इस मौके पर डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ मंजीत सिंह चौधरी, बायोलोजिस्ट डॉ अमित कुमार सिंह एवं समस्त जिला मलेरिया इकाई स्टाफ उपस्थित रहा।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।