वाराणसी : मालवीय जयंती पर कबीरपुर में सेवा का संदेश, जरूरतमंदों को बांटे साल

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वाराणसी। महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती के अवसर पर रामनगर थाना क्षेत्र के कबीरपुर गांव में मानवता, सेवा और संवेदनशीलता का प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिला। कड़ाके की ठंड के बीच गरीब और असहाय लोगों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से समाजसेवी राजेश कुमार सेठ की ओर से हजारों जरूरतमंदों के बीच गरम साल (ऊनी कपड़ा) का वितरण किया गया। इस आयोजन ने न केवल लोगों को ठंड से बचाव दिया, बल्कि उनके चेहरों पर सुकून और मुस्कान भी लौटा दी।

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सुबह से ही वितरण स्थल पर जरूरतमंदों की भीड़ जुटने लगी थी। ठंड से ठिठुरते बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। जैसे ही उनके हाथों में गरम साल पहुंचा, राहत का भाव साफ दिखाई दिया। कई लोगों ने भावुक होकर समाजसेवी को आशीर्वाद दिया और इस मदद के लिए धन्यवाद जताया। आयोजन पूरी तरह सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ, ताकि हर जरूरतमंद तक सहायता पहुंच सके।

समाजसेवी राजेश कुमार सेठ लंबे समय से सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाते आ रहे हैं। इससे पहले भी उन्होंने कबीरपुर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के बीच स्वेटर वितरित किए थे। इस पहल से बच्चों को न केवल ठंड से राहत मिली, बल्कि नियमित रूप से स्कूल आने और पढ़ाई में मन लगाने में भी मदद मिली। क्षेत्र में उनकी सेवाओं को लोग सम्मान और भरोसे की दृष्टि से देखते हैं।

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कार्यक्रम के दौरान राजेश कुमार सेठ ने महामना मालवीय जी के जीवन और आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका संपूर्ण जीवन शिक्षा, सेवा और राष्ट्रनिर्माण को समर्पित रहा। उन्होंने बताया कि किस तरह महामना ने सीमित संसाधनों के बावजूद काशी हिंदू विश्वविद्यालय जैसी महान संस्था की स्थापना कर समाज को नई दिशा दी। यही प्रेरणा उन्हें समाज सेवा के लिए निरंतर आगे बढ़ने का संबल देती है।

राजेश कुमार सेठ ने कहा, “महामना मालवीय जी के विचारों से प्रेरित होकर मैंने यह संकल्प लिया है कि अपनी आय का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा समाज सेवा में लगाऊंगा। मालवीय जयंती के पावन अवसर पर जरूरतमंदों की सेवा करना मेरे लिए गर्व की बात है। अब तक हजारों लोगों को गरम साल वितरित किए जा चुके हैं और यह सेवा आगे भी लगातार जारी रहेगी।”

स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देते हैं और दूसरों को भी सेवा कार्यों से जुड़ने की प्रेरणा देते हैं। मालवीय जयंती पर कबीरपुर में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल ठंड से राहत देने वाला साबित हुआ, बल्कि महामना मालवीय के सेवा, त्याग और मानव कल्याण के आदर्शों को भी जीवंत करता नजर आया।

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