वाराणसी : मिस्ट गन से सुधरेगी शहर की आबोहवा, नगर निगम ने बनाई रणनीति
वाराणसी। शहर की आबोहवा अब शुद्ध होगी। इसके तहत मिस्ट गन का इस्तेमाल कर शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा। आने वाले दिनों में जोनवार मिस्ट गन का इस्तेमाल किया जाएगा। नगर निगम ने इसकी रूपरेखा तैयार कर ली है।
नगर निगम की ओर से वायु प्रदूषण को कम करने की दिशा में कई कार्य कराए जा रहे हैं। सड़क किनारे की कच्ची जमीनों का पक्का किया जा रहा है ताकि धूल कम से कम उड़े। कई बार हवा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए पानी का छिड़काव जरूरी हो जाता है। मिस्ट गन की खासियत होती है कि कम पानी का छिड़काव बड़े क्षेत्रफल में करता है। तीन मंजिल तक इसकी पहुंच होती है। सड़क किनारे लगे पेड़ों के आखिरी पत्तों तक पानी आसानी से पहुंच जाता है। ऐसी स्थिति में पत्तों पर जमी धूल साफ हो जाती है। ज्यादातर निर्माण कार्यों, खोदाई और सड़कों पर चलने वाले वाहनों से धूल के कण वातावरण में फैल जाते हैं। जो लगातार किसी ने किसी सामान पर एकत्र होते हैं।
सामान्य पानी के प्रेशर से पूरे पेड़ों तक पहुंच नहीं हो पाती है। मिस्ट गन से पानी की बूंद स्प्रे के रूप में निकलती है और धूल के कण को दबाकर जमीन पर ले आती है। इससे वायु प्रदूषण कम होता है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनपी सिंह ने बताया कि वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए मिस्ट गन काफी कारगर है। अभी एक गन नगर निगम के पास है। आने वाले दिनों में सभी आठों जोन में इसका इस्तेमाल किया जाएगा।
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