वाराणसी : लाट भैरव भजन मंडली ने जन्माष्टमी मनाई, गूंजे सोहर और बधाई
वाराणसी। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर सोमवार को श्री लाट भैरव भजन मंडली ने नंदलाला की भव्य झांकी सजाई। तेलियाना स्थित सभागार को रंगीन झालरों, फूल-पत्तियों से आकर्षक ढंग से सजाया गया था। मिट्टी व काष्ट के खिलौनों सहित ग्वाल-बाल, कृष्ण धुन में मग्न मीरा का एकतारा वादन करती प्रतिमा अत्यंत मनमोहक लग रहीं थीं।
विविध प्रकार के खिलौनों के मध्य में भगवान योगेश्वर बाल रूप में अद्भुत छटा बिखेर रहे थे। कन्हैया को प्रिय माखन मिश्री सहित नाना प्रकार के भोग अर्पित किये गए। निधि व सारांश ने राधाकृष्ण स्वरुप धारण किया था। बंसी के बहते स्वरों, ढोलक की थाप, हारमोनियम की सरगम व झांज-मंजीरों के खनकार के साथ ने गायकों ने साजिंदों की संगत में गणेश वंदना के साथ भजनों का क्रम प्रारम्भ किया। भादो क महीनवां भइले देवकी के ललनवां हो मनवां हरषित भइले ना, जन्मे हैं कृष्ण कन्हैया बिरज में बाजै बधाइयां हो, आदि सोहर व बधाई गीतों से काशी की यह पावन धरती कृष्ण भजनों से सराबोर हो उठी।
देर रात्रि तक कलाकारों का जमघट लगा रहा। घड़ी में 12 बजते ही सम्पूर्ण सभागार की विद्युत प्रकाश को बंद कर भगवान श्री की हजारे दीपक से आरती उतारी गयी। आयोजन में केवल कुशवाहा, महंत रामदास, विष्णुदास, गोविंद बाबा, धर्मेंद्र शाह, शिवम अग्रहरि, तबलावादक अमरनाथ पांडेय, उत्कर्ष कुशवाहा, प्रभात कुशवाहा, यतीश, चंद्रिका मौर्या, संजय केशरी, जयप्रकाश राय, रामप्रकाश जायसवाल, रुद्र, नीतिन, हरि विट्ठल, कृष्णा, आदि उपस्थित रहे।
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