वाराणसी : बीमा अभिकर्ताओं ने काले कानून के विरोध में दफ्तर बंद कर किया प्रदर्शन, वित्त मंत्रालय से कानून को वापस लेने की मांग की
वाराणसी। आल इंडिया लाइफ इंश्योरेंस एजेंट्स एसोसिएशन (AILIAA) ने भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की ओर एक अक्टूबर 2024 को लागू किए गए 'काले कानून' के विरोध में बीमा अभिकर्ताओं ने सोमवार को दफ्तर बंद कर प्रदर्शन किया। इस दौरान इस कानून को लेकर विरोध जताया। इस कानून को अभिकर्ताओं और पॉलिसीधारकों के हितों पर प्रहार बताया है।
अभिकर्ताओं ने कहा कि प्रमुख मुद्दा 'फ्लौ बैंक' का निर्णय है, जिसके खिलाफ संगठन ने LIC प्रबंधन, आईआरडीए और वित्त मंत्रालय से कड़ा विरोध जताते हुए इसे वापस लेने की मांग की थी। AILIAA ने चेतावनी दी थी कि यदि 15 अक्टूबर 2024 तक यह निर्णय वापस नहीं लिया गया, तो संगठन अपने पूर्ववर्ती आंदोलनों की तर्ज पर संघर्ष तेज करेगा। 21 अक्टूबर को संगठन के विभिन्न मण्डलों और शाखाओं पर एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया, जिसमें अभिकर्ताओं ने अपने कार्यालयों के गेट पर प्रदर्शन किया।
आंदोलन के दौरान कई अभिकर्ताओं ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इस काले कानून से अभिकर्ताओं की आजीविका पर संकट आ जाएगा। संगठन ने प्रबंधन को चेताया कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन के स्वरूप को और व्यापक किया जाएगा। इससे पहले भी संगठन ने 2003 से कई बार आंदोलन किए हैं, जिनमें 22 सूत्रीय चार्टर ऑफ डिमांड्स, GST कानून पर संगठन की आपत्तियां और जनजागरूकता अभियान शामिल हैं। संगठन का यह संघर्ष अभी भी जारी है और इस बार के आंदोलन को लेकर भी वे दृढ़ हैं।
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