वाराणसी : संभव जनसुनवाई में उमड़ा जनसैलाब, 116 फरियादियों की शिकायतों पर नगर निगम ने शुरू की त्वरित कार्रवाई
वाराणसी। नगर निगम में प्रत्येक मंगलवार को आयोजित होने वाले “संभव जनसुनवाई” कार्यक्रम के तहत बड़ी संख्या में नागरिक अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे। नगर निगम मुख्यालय में सुबह 10 बजे से अपराह्न 3 बजे तक चली इस जनसुनवाई में कुल 116 फरियादियों ने अपनी-अपनी शिकायतें दर्ज कराईं। कार्यक्रम में नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल स्वयं उपस्थित रहे और उन्होंने एक-एक कर सभी शिकायतों को गंभीरता से सुना।
जनसुनवाई के दौरान नागरिकों ने नगर निगम से जुड़ी विभिन्न मूलभूत समस्याएं सामने रखीं। इनमें प्रमुख रूप से पेयजल आपूर्ति में अनियमितता, सीवर जाम व जलनिकासी की समस्या, नामांतरण से जुड़े मामले, अतिक्रमण, सड़क एवं खड़ंजा निर्माण, मार्ग प्रकाश (स्ट्रीट लाइट) की खराब स्थिति सहित अन्य नगर सेवाओं से संबंधित शिकायतें शामिल रहीं। फरियादियों ने अपनी समस्याओं के शीघ्र समाधान की मांग की।
नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल ने सभी शिकायतों को सुनने के बाद संबंधित विभागों के अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनसुनवाई में प्राप्त हर शिकायत का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए और तय समय-सीमा के भीतर समाधान सुनिश्चित हो। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि लंबित प्रकरणों की नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाए, ताकि शिकायतें अनावश्यक रूप से लंबित न रहें।
नगर आयुक्त ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नागरिकों की समस्याओं का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण समाधान नगर निगम की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जनहित से जुड़े मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समस्याओं के समाधान में शिथिलता पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
जनसुनवाई के दौरान नगर निगम के सभी अपर नगर आयुक्तों के साथ-साथ विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे। कई मामलों में अधिकारियों ने मौके पर ही समाधान कर फरियादियों को राहत दी, जबकि कुछ मामलों में स्थलीय निरीक्षण कर शीघ्र कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। नगर निगम प्रशासन का मानना है कि “संभव जनसुनवाई” कार्यक्रम नागरिकों और प्रशासन के बीच सीधा संवाद स्थापित करने का एक प्रभावी माध्यम है। इससे न केवल समस्याओं का त्वरित समाधान संभव हो रहा है, बल्कि नगर निगम की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही भी सुनिश्चित हो रही है।

