वाराणसी : हिंदू सम्मेलन में पंचप्रण का आह्वान, दोषमुक्त समाज निर्माण पर दिया गया जोर

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वाराणसी। ओंकारेश्वर नगर के हनुमान बस्ती अंतर्गत बलुआबीर स्थित श्रीराधाकृष्ण मंदिर में रविवार को भव्य हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम स्थल को ॐ अंकित भगवा ध्वज से सजाया गया था, जिससे पूरे परिसर में सनातन संस्कृति की सशक्त छाप दिखाई दी। आयोजन में श्रद्धा, संस्कृति और सामाजिक चेतना का सुंदर समन्वय देखने को मिला।

सनातन परंपराओं से सजा आयोजन स्थल
सम्मेलन के मुख्यद्वार पर युवाओं द्वारा आगंतुकों का रोली, कलावा और इत्र लगाकर पारंपरिक स्वागत किया गया। दीप प्रज्ज्वलन के दौरान आकर्षक रंगोली के मध्य सजे कलश, आम के पल्लव और अन्य सांस्कृतिक प्रतीकों ने प्राचीन भारतीय विद्या और परंपरा को जीवंत कर दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत भजनामृत की धारा बही, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।

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पंचप्रण से होगा दोषमुक्त समाज का निर्माण
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भाग कार्यवाह सुरेंद्र ने अपने उद्बोधन में पंचप्रण को दोषमुक्त समाज निर्माण के लिए अत्यंत आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए संघ के अवगाहन के अनुरूप वर्तमान समय की चुनौतियों से जूझने हेतु पांच संकल्पों को अपनाना होगा। नागरिक कर्तव्य, स्वबोध, पर्यावरण संरक्षण, कुटुंब प्रबोधन और सामाजिक समरसता जैसे अनुकरणीय कार्यों को प्रत्येक व्यक्ति को अपने दैनिक जीवन में ईमानदारी से अपनाना चाहिए।

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विशिष्ट अतिथियों ने भी साझा किए विचार
सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि विनोद सिंह, अध्यक्ष पं. दयाशंकर त्रिपाठी, दीपक अकेला और पागल बाबा ने भी अपने विचार रखे और समाज को संस्कार, एकता और नैतिक मूल्यों के मार्ग पर चलने का संदेश दिया।

बड़ी संख्या में लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम का संचालन मनीष गुप्ता ने किया, जबकि संयोजन की जिम्मेदारी संदीप सिंह ने संभाली। सम्मेलन में ओमप्रकाश जायसवाल, केवल कुशवाहा, त्रिलोकी नाथ जायसवाल, हिमांशु अग्रहरि, रजनीश सिंह, डॉ. भरत लाल, जय विश्वकर्मा, चांदनी विश्वकर्मा, नरेंद्र प्रजापति, नारायण केशरी, नवीन, रूपेश, अवधेश, सत्यप्रकाश, भईयालाल सहित बड़ी संख्या में महिला-पुरुषों की उपस्थिति रही।

आयोजकों ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से समाज में सांस्कृतिक चेतना, नैतिक मूल्यों और सामाजिक समरसता को मजबूती मिलती है, जो एक सशक्त और दोषमुक्त समाज के निर्माण में सहायक सिद्ध होगी।

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