वाराणसी: ग्रामीण इलाकों की बेटियां भी करेंगी यूनिवर्सिटी की पढ़ाई, स्कॉलरशिप से खुलेंगी राहें
वाराणसी। मिर्जामुराद के आदर्श ग्राम नागेपुर में स्थित आशा ट्रस्ट और लोक समिति द्वारा संचालित आशा ज्ञान पुस्तकालय में ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों के लिए कॉलेज में रविवार को पढ़ाई से संबंधित एक वेबिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अहमदाबाद यूनिवर्सिटी से पार्थ सर्वेंट और बैंगलोर यूनिवर्सिटी से फौस्टीना ने एडमिशन विभाग का प्रतिनिधित्व किया।
वेबिनार में अध्यापक नायर ने बताया कि अहमदाबाद यूनिवर्सिटी में ग्रामीण छात्राओं को स्कॉलरशिप के माध्यम से उनकी पसंद के विषयों में स्नातक करने का मौका कैसे मिल सकता है, साथ ही विश्वविद्यालय की सुविधाओं और छात्र हित की योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बताया। बैंगलोर यूनिवर्सिटी की फौस्टीना मैम ने जानकारी दी कि आर्थिक रूप से कमजोर और प्रतिभाशाली ग्रामीण लड़कियों के लिए 100% स्कॉलरशिप की सुविधा उपलब्ध है, जिससे वे बेंगलुरु यूनिवर्सिटी में दाखिला लेकर अपने सपनों को साकार कर सकती हैं। उन्होंने छात्राओं को मेहनत और लगन से पढ़ाई करने पर बल दिया।
इस वेबिनार का आयोजन पुस्तकालय से जुड़ी ग्रामीण लड़कियों की मांग पर किया गया था, जिसमें लगभग 60 छात्राओं ने हिस्सा लिया। पुस्तकालय के संयोजक पंचमुखी सिंह ने बताया कि हमारा उद्देश्य यह है कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की होनहार लड़कियां भी बड़े विश्वविद्यालयों में पढ़ाई का अवसर पा सकें। इस कार्यशाला में मुख्य रूप से काजल, सोनम, आकांक्षा, मोनी, सुषमा, यशी, श्रेया, गुड़िया, रानी, लक्ष्मी, अमीषा और चुलबुली जैसी कई छात्राओं ने भाग लिया।
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