वाराणसी में उफान पर गंगा, चिरईगांव इलाके में बाढ़ का खतरा, अफसरों ने जाना हाल
वाराणसी। गंगा दो दिनों से उफान पर हैं। जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इससे न सिर्फ शहरी इलाके प्रभावित हैं, बल्कि जिले के ग्रामीण इलाकों में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। चिरईगांव क्षेत्र के ढाब क्षेत्र के मोकलपुर, गोबरहां,रामपुर, रामचंदीपुर, मुस्तफाबाद रेता सहित गंगा के तटवर्ती गांवों शिवदशा, बर्थराकला, सरसौल, लूठां, मिश्रपुरा छितौना चांदपुर, मुस्तफाबाद आदि गांवों के लोग बाढ़ की स्थिति भयावह होने से सहमे हैं। अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया।
गंगा का पानी अब गांवों के सिवान की तरफ फैलने लगा है। इससे फसलें जलमग्न हो गई हैं। यदि जलस्तर में वृद्धि जारी रही तो जल्द ही पानी गांवों में घुसने लगेगा। इसको देखते हुए तटवर्ती इलाके के लोग बाढ़ के खतरे को लेकर सशंकित हैं। निचले स्थानों पर मवेशियों को रखने वाले पशुपालक सुरक्षित जगहों पर जाने में जुट गए हैं। गंगा किनारे बोयी गयी ज्वार, बाजरा, आदि की फसलों में बाढ़ का पानी घुस रहा है।
बाढ़ की विभीषिका से बचाव और लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने की मांग पूर्व सांसद चंदौली रामकिशुन यादव ने जिला प्रशासन से की है। बाढ़ राहत चौकियों के सक्रिय रखने एवं पशु बाहुल्य क्षेत्र के नाते पशुचारे की व्यवस्था कराने की बात भी कही। सहायक विकास अधिकारी पंचायत कमलेश सिंह ने बताया कि बाढ़ चौकियों पर तैनात सफाई कर्मियों को मौके पर ही रहने और साफ-सफाई रखने को कहा गया है।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।